अनाज का आयात-निर्यात कैसे करें ?How to import and export grains?
अगर आप अनाज का आयात-निर्यात करना चाहते हैं | तो आप इसे आसानी से कर सकते हैं | आपको अपने देश की अधिक चीजों को बाहर के देशों में बेचना है | और अगर आपके देश में जो चीज़ कम है | उसे दूसरे देशों से मंगवाना चाहिए |
अनाज का आयात-निर्यात क्या है ?
Contents
- 1 अनाज का आयात-निर्यात क्या है ?
- 2 अनाज का आयात-निर्यात करने का तरीका –
- 3 अनाज के प्रकार का चुनाव-
- 4 कंपनी का निर्माण –
- 5 IEC कोड प्राप्त करना –
- 6 GST नंबर प्राप्त करना –
- 7 अनाज का आयात-निर्यात करने का लाइसेंस –
- 8 अनाज का आयात-निर्यात करने का मार्ग –
- 9 करंट अकाउंट खुलवाना –
- 10 अपने व्यापार के लिए सरकार से लोन –
- 11 अपने साथ अन्य व्यक्तियों को रखना –
- 12 अनाज का आयात-निर्यात करते समय ध्यान देने वाली बातें –
- 13 अनाज का आयात-निर्यात का व्यापार करने में कितना खर्च आता है ?
- 14 अनाज के आयात-निर्यात के व्यापार में कितना लाभ होता है ?
- 15 *FAQ*
आयात-निर्यात का कार्य पूरी दुनिया भर में किया जाता है अगर आप अनाज का आयात-निर्यात करना चाहते हैं | तो आप इसे आसानी से कर सकते हैं | आपको अपने देश की अधिक चीजों को बाहर के देशों में बेचना है | और अगर आपके देश में जो चीज़ कम है | उसे दूसरे देशों से मंगवाना चाहिए | आप अगर भारत के निवासी हैं | तो आपको पता होगा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है |
भारत में कई सारे अनाज बड़े स्तर पर उगाए जाते हैं | और उनका बड़े स्तर पर बाहर के देशों में निर्यात भी किया जाता है | अनाज का प्रयोग पूरी दुनिया भर में किया जाता है | और यह कई सारे देशों में बेचा और खरीदा जाता है | भारत में अनाज का आयात बहुत कम मात्रा में किया जाता है | और कुछ ही अनाज है जो भारत में मंगवाए जाते हैं | हरित क्रांति के बाद अपने भारत में अनाज का उत्पादन इतना अधिक बढ़ गया है | की भारत अब आनाज को दूसरे देशों में भी बेच सकता है | अनाज का आयात -निर्यात पूरे साल भर चलता रहता है | और इसमें अधिक लाभ पाया जाता है |
अनाज का आयात-निर्यात करने का तरीका –
अनाज का आयात- निर्यात पूरी दुनिया भर में किया जाता है | और हर व्यक्ति अनाज का प्रयोग करता है | और अनाज को हर देश में उगाया जाता है | लेकिन कुछ देशों में कम उपज के कारण वह दूसरे देशों से अनाज को मंगवाते है | अगर आप भी अनाज का आयात-निर्यात का व्यापार करना चाहते हैं | तो आप को कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना पड़ता है जैसे –
अनाज के प्रकार का चुनाव-
आपको अनाज का आयात-निर्यात का कार्य करने से पहले अनाज के प्रकार का चुनाव करना पड़ेगा | की आप किस प्रकार के अनाज को आयात-निर्यात करने वाले हैं | और फिर आपको उसी प्रकार के अनाज को खरीदना और बेचना पड़ता है | आपको अपने देश के किसानों से अनाज को खरीदना होता है | और उसी अनाज को दूसरे देशों में बेचना पड़ता है | जहाँ पर आप अपने अनाज को बेचेंगे आपको ध्यान रखना चाहिए कि उस देश में उस अनाज की मांग होनी चाहिए | तभी आपको अच्छा लाभ मिलेगा |
कंपनी का निर्माण –
आयात-निर्यात का कार्य करने के लिए आपको सबसे पहले कंपनी की स्थापना करनी पड़ती है | और आपको अपने व्यापार को पंजीकृत कराना पड़ता है | ताकि वह सरकार की देख-रेख में रहे | और आपको बहुत सारे कार्यों को करना पड़ता है | आपको अपनी कंपनी में खरीद कर लाए गए आज को रखना पड़ता है | जिस देश में अनाज की मांग अधिक हो | वहाँ पर अनाज को निर्यात करना चाहिए | आपको ऑफिस की भी जरूरत पड़ती है | जहाँ पर आप अपने आयात-निर्यात के कार्य को कर पाएंगे |
IEC कोड प्राप्त करना –
आयात-निर्यात के कार्य में IEC कोड का होना बहुत जरूरी माना जाता है | आपको यह कोड प्राप्त करना पड़ता है | यह कोड आपको सरकार के द्वारा दिया जाता है | आपके पास यह कोड रहेगा तभी आप आयात-निर्यात का व्यापार कर पाएंगे | आपको या कोड प्राप्त करने के लिए अपने कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है | अगर आप दो देशों के बीच में आयात -निर्यात का कार्य करते हैं | तो आपको दोनो देशों से अनुमति लेनी पड़ती है |
GST नंबर प्राप्त करना –
आयात-निर्यात में GST नंबर का होना बहुत जरूरी है | आपको सरकार के द्वारा ये नंबर प्रदान किया जाता है | और यह आपको अपने व्यापार में बहुत जरूरी होता है | आप इस GST नंबर के बिना आयात-निर्यात का व्यापार नहीं कर सकते |
अनाज का आयात-निर्यात करने का लाइसेंस –
अगर आप अनाज का आयात-निर्यात करना चाहते हैं | तो आपको सबसे पहले अपने व्यापार के लिए सरकार से लाइसेंस प्राप्त करना पड़ता है | आपको अपने व्यापार में सरकार का लाइसेंस लेना बहुत जरूरी होता है | अगर आप दो देशों के बीच त-निर्यात कर रहे हैं | तो आपको दोनों देशों से लाइसेंस लेना पड़ता है | आपको अपने व्यापार में सावधानी रखनी पड़ती है | कि आप किसी भी गैरकानूनी काम से बचें | आपको यह लाइसेंस प्राप्त करने के लिए अपने और अपनी कंपनी के कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है |
अनाज का आयात-निर्यात करने का मार्ग –
अनाज का आयात- निर्यात करने के लिए आपको मार्ग का चुनाव करना पड़ता है| आपको वही मार्ग चुनना चाहिए | जो आपको सभी प्रकार से सस्ता पड़े | आप अपना अनाज तीन मार्गों से आयात-निर्यात कर सकते हैं | आनाज का आयात-निर्यात रोडवेज से कर सकते हैं | रेल मार्ग तथा वायु मार्ग से भी कर सकते हैं | वायुमार्ग में आपको अधिक खर्चा लगता है | आप अपने अनाज का आयात-निर्यात समुद्र मार्ग से भी कर सकते हैं | समुद्र मार्ग आपको सस्ता पड़ता है |
करंट अकाउंट खुलवाना –
अपने व्यापार के लिए आपको बैंक में करंट अकाउंट खुलवाना पड़ता है | आप का सारा लेनदेन उस बैंक अकाउंट के माध्यम से ही किया जाना चाहिए | बैंक में आपका एक करंट अकाउंट होना बहुत जरूरी होता है | इस अकाउंट के माध्यम से ही सरकार आपकी लेन देन का हिसाब रखती है | यह अकाउंट आपको उसी बैंक में खुलवाना चाहिए | जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पैसों का लेनदेन करता हो और आपको जल्दी से जल्दी विदेशी पैसों को भारतीय पैसे में बदलकर दे दे |
अपने व्यापार के लिए सरकार से लोन –
अपने व्यापार को शुरू करने के लिए पैसों की जरूरत होती है | ताकि आपका व्यापार अच्छे से सेट हो पाए | और किसी चीज़ की कमी ना हो | अगर आपके पास पैसों की कमी हो रही है | तो आप सरकार से मदद प्राप्त कर सकते हैं | सरकार आपकी मदद के रूप में आपको अपने बैंक से लोन प्रदान करती है | ये लोन आपको सरकार की किसी भी बैंक से मिल सकता है | ये लोन सरकार आपको ब्याज दर पर प्रदान करती है | क्योंकि आप इसका प्रयोग व्यापार के लिए कर रहे हैं | इस लोन पर ब्याज दर बैंक अपने नियम अनुसार तय करता है |
अपने साथ अन्य व्यक्तियों को रखना –
अनाज का आयात -निर्यात का व्यापार ऐसा व्यापार माना जाता है | जो आप अकेले नहीं कर सकते हैं | आप को अपने साथ अन्य व्यक्तियों की जरूरत पड़ती है | आपको अपने व्यापार में अच्छे व्यक्तियों को शामिल करना चाहिए | ताकि वह आपके कार्य को अच्छे तरीके से करें | आपको अपने जान पहचान के व्यक्तियों को काम पर रखना चाहिए जो आपके व्यापार के बारे में जानकारी रखते हों | और वो शिक्षित होने चाहिये | ताकि आपको किसी प्रकार की परेशानी न हो | आपको अपने व्यापार को चलाने के लिए ईमानदार व्यक्ति को रखना चाहिए |
अनाज का आयात-निर्यात करते समय ध्यान देने वाली बातें –
अनाज का आयात-निर्यात करने से पहले आपको उस व्यापार के बारे में अच्छी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए | कि आपको किन बातों का ध्यान रखना पड़ता है | तभी आपको फायदा मिल पाएगा | आपको यह ध्यान रखना चाहिए की आप जिस अनाज का आयात-निर्यात करने वाले हैं | उस अनाज की मार्केट में अच्छी मांग होनी चाहिए | ताकि आपके व्यापार में अच्छा मुनाफा हो | अगर अनाज की मांग अधिक रहेंगी तो आपको अच्छा दाम प्राप्त होगा | आपको ध्यान देना चाहिए कि आपका अनाज अच्छी तरह का हो | जल्दी खराब होने वाला नहीं होना चाहिए | ताकि जरूरत पड़ने पर आप उसको अधिक समय तक सुरक्षित रख सकें |
आपको अपने व्यापार में काम करने वाले लोगों को रखना पड़ता है | और आपको उनको रखने से पहले उनकी अच्छे तरीके से जांच करनी चाहिए | ताकि वह आपको धोखा ना दे सकें | आपको अपने सामान की अच्छे तरीके से जांच करनी चाहिए | कई बार आपके साथ काम करने वाले लोग ही आपके सम्मान में गैरकानूनी सामान रख देते हैं | और वह किसी जांच में पकड़ा जाता है | तो उसका जिम्मेदार आपको माना जाता है| उस स्थिति में आप का लाइसेंस रद्द हो सकता है | अगर आप ऑनलाइन भी आयात-निर्यात का कार्य करते हैं | तो आपको अधिक सावधानी रखनी चाहिए | कई बार आपके व्यापार में ऑनलाइन धोखेबाज़ी हो जाती है |
अनाज का आयात-निर्यात का व्यापार करने में कितना खर्च आता है ?
अनाज का आयात-निर्यात का व्यापार करने से पहले आपको सरकार से इस व्यापार के लिए आपको लाइसेंस प्राप्त करना होता है| और आपको IEC कोड प्राप्त करना पड़ता है | साथ ही साथ आपको GST नंबर की जरूरत पड़ती है | आपको व्यापार को अच्छे से चलाने के लिए अधिक पैसों की जरूरत पड़ सकती है | उसके लिए आप सरकारी बैंक से लोन प्राप्त कर सकते हैं | आपको अपने अनाज को खरीदना पड़ता है | और उसे वहाँ से ले आकर अपनी कंपनी में रखना पड़ता है | इसके लिए आपको कंपनी में कमरों की जरूरत पड़ती है | आपको व्यापार करने के लिये सस्ता मार्ग ढूंढना चाहिए | ताकि आपको अधिक खर्च न आए | अपने व्यापार में आपको अन्य व्यक्तियों को काम पर रखना पड़ता है | आपको उनको सैलरी देनी पड़ती है |
आपको अपने माल को दूसरे देश में बेचना पड़ता है | उसका खर्चा आपको अलग से पड़ता है | आयात –निर्यात के व्यापार में अगर आप अनाज का आयात-निर्यात करते हैं| तो आपको खर्चा इस बात पर निर्भर करता है | कि आप के स्तर पर इस व्यापार को शुरू कर रहे हैं | आप अगर इस व्यापार को छोटे स्तर पर शुरू करते हैं | तो आपको ₹3,00,000 से ₹4,00,000 की लागत आती है | अगर आप इस व्यापार को बड़े स्तर पर शुरू करते हैं तो आपको ₹8,00,000 से ₹10,00,000 की लागत आ सकती है |
अनाज के आयात-निर्यात के व्यापार में कितना लाभ होता है ?
अनाज का आयात-निर्यात करने में आपको लाभ इस बात पर निर्भर करता है | कि आप के इस स्तर पर इस व्यापार को कर रहे हैं | आप का व्यापार लाभ भी उसी हिसाब से तय किया जाता है | आपका व्यापार अधिक दिनों तक तभी चलता है | जब आप अच्छे से कार्य करते हैं| आपके व्यापार में 40% से 50% लाभ प्राप्त होता है | अगर आप उस अनाज का आयात-निर्यात करते हैं | जिसकी बाजार में हमेशा मांग रहती है |
*FAQ*
(a) दुनिया में सबसे अधिक गेहूं किस देश में उत्पादन किया जाता है ?
दुनिया में सबसे अधिक गेहूं का उत्पादन रूस में किया जाता है |
(b) अनाज का आयात-निर्यात का व्यापार करने के लिये क्या क्या जरूरी होता है ?
अनाज का आयात-निर्यात करने के लिए आपको सरकार से लाइसेंस ,IEC कोड , GST नंबर आदि चीजों की जरूरत होती है |
(c) अनाज का आयात-निर्यात करने का सबसे सस्ता मार्ग कौन सा है ?
अनाज का आयात-निर्यात एक देश से दूसरे देश तक करने के लिए समुद्र का मार्ग सबसे सस्ता पड़ता है |
(d) भारत में किन राज्यों से अधिक गेहूं उत्पादित किए जाते हैं ?
भारत में सबसे अधिक गेहूं का उत्पादन उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, आदि अन्य प्रदेश में किया जाता है |
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