फर्नीचर का आयात निर्यात कैसे करें ?How to import and export furniture?
लकड़ी से बने हुए सामानों को फर्नीचर में किया जाता है | हम अपने आस-पास बहुत सारी चीजें देखते हैं | उसमें से कई सारी लकड़ी की सहायता से बनाई गई होती है | आप अपने आस-पास लकड़ी से बनी चीजों में तरह-तरह की चित्रकारी देखने को पाते हैं | लकड़ी का प्रयोग बहुत पुराने समय से चला आ रहा है |
फर्नीचर का आयात-निर्यात क्या होता है ?
Contents
- 1 फर्नीचर का आयात-निर्यात क्या होता है ?
- 2 फर्नीचर का आयात-निर्यात करने का तरीका –
- 3 फर्नीचर का चुनाव –
- 4 कंपनी की स्थापना करना –
- 5 सरकार से अनुमति प्राप्त करना-
- 6 IEC कोड प्राप्त करना –
- 7 कंपनी को पंजीकृत करना –
- 8 करंट अकाउंट खुलवाना –
- 9 GST नंबर प्राप्त करना –
- 10 मार्ग का चुनाव –
- 11 अपने व्यापार में लोन कहाँ से प्राप्त करें ?
- 12 अपने व्यापार में अन्य व्यक्तियों को शामिल करना –
- 13 ग्राहक का चुनाव –
- 14 फर्नीचर के व्यापार में सावधानियाँ –
- 15 फर्नीचर के व्यापार में कितनी लागत आती है ?
- 16 फर्नीचर का आयात-निर्यात करने में कितना लाभ होता है ?
- 17 *FAQ*
फर्नीचर का आयात-निर्यात करने का तरीका –
अगर आप लकड़ी का फर्नीचर बनाकर उसे बाहर देश में बेचना चाहते हैं | तो आपको यह व्यापार करने में कुछ बातों पर ध्यान रखना पड़ता है | आप इस व्यापार को आसानी से कर सकते हैं | बस आपको कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है | कुछ महत्वपूर्ण बातें इस प्रकार है जो आपको लकड़ी का फर्नीचर का व्यापार करने में आपकी मदद करती है –
फर्नीचर का चुनाव –
अगर आप आयात-निर्यात करना चाहते हैं | तो इससे पहले अपने सम्मान का चुनाव करना पड़ता है | और आपको उसी सामान का आयात-निर्यात करना चाहिए | आपको फर्नीचर में कई प्रकार के सामान देखने को मिलते हैं | आपको फर्नीचर में लकड़ी से बने फर्नीचर मिल जाते हैं | और आपको प्लास्टिक से बने हुए फर्नीचर देखने को मिलते हैं | आपको वह सामान को चुनना चाहिए जो आपको आसानी से मिल जाए | और आप उसका आयात-निर्यात आसानी से कर सकें | आपको लकड़ी से बने हुए फर्नीचर को खरीदकर बाहर के देशों में बेचना चाहिए |
कंपनी की स्थापना करना –
किसी भी व्यापार को शुरू करने पहले आपको कंपनी की स्थापना करनी पड़ती है | जिसके माध्यम से आप सामान का आयात-निर्यात करना चाहते हैं | आपको अपनी कंपनी का नाम रखना पड़ता है | और आप चाहे तो कंपनी में किसी की साझेदारी भी रख सकते हैं |
सरकार से अनुमति प्राप्त करना-
आपको कोई भी व्यापार करने से पहले सरकार से अलग लाइसेंस प्राप्त करना पड़ता है तभी आप उस व्यापार को कर सकते हैं यह लाइसेंस आपको अपने नगर पंचायत से भी प्राप्त करना पड़ता है | अगर आप दो देशों के बीच में यह व्यापार कर रहे हैं | तो आपको दोनो देशों से अनुमति लेनी पड़ती है |
IEC कोड प्राप्त करना –
आयात-निर्यात का व्यापार करते समय आपको सरकार से IEC कोड प्राप्त करना पड़ता है | आपको यह कोड बहुत जरूरी होता है | इस कोड के बिना आप काम नहीं कर सकते हैं | यह कोड प्राप्त करने के लिए आपको अपने कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है | यह कोड आप ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से प्राप्त कर सकते हैं |
कंपनी को पंजीकृत करना –
आपको कंपनी को सरकार के खाते में पंजीकृत कराना पड़ता है | यह पंजीकरण आपके व्यापार के लिए जरूरी होता है | आपको सभी प्रकार के व्यापार में कंपनी को पंजीकृत करना पड़ता है |
करंट अकाउंट खुलवाना –
GST नंबर प्राप्त करना –
सरकार आपके व्यापार में आप से कर लेती है | ये कर आपको सरकार को देना पड़ता है | इसके लिए आपको GST नंबर लेना पड़ता है | यह नंबर हर व्यक्ति को लेना पड़ता है | जो किसी प्रकार का व्यापार करता है | आपको यह नंबर प्राप्त करने के लिए सरकार को अपने कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है | आपको यह नंबर प्राप्त करना बहुत जरूरी होता है |
मार्ग का चुनाव –
आपको किसी भी सामान का आयात-निर्यात करने से पहले मार्ग का चुनाव करना पड़ता है | अगर आप व्यापार को करना चाहते हैं तो आपको अपने सामान का आयात-निर्यात करते समय तीन मार्ग मिल जाते हैं | आप अपने फर्नीचर को सड़क मार्ग से भेज सकते हैं | और आप चाहें तो अपने सामान को रेलमार्ग से भी भेज सकते हैं | आपको यह आयात-निर्यात का कार्य समुद्र मार्ग से भी करना चाहिए | आपको यह व्यापार समुद्र मार्ग से करने में कम खर्च आता है | आप इस व्यापार को सड़क मार्ग से भी कर सकते हैं | आपको कई सारे देश मिल जाते हैं | जो सड़क मार्ग से हमारे देश की सीमा से जुड़ें हुए है |
अपने व्यापार में लोन कहाँ से प्राप्त करें ?
आपको सभी प्रकार का व्यापार शुरू करने के लिए पैसों की जरूरत पड़ती है | अगर आपको अपना व्यापार शुरू करने में पैसों की कमी हो रही है तो आप सरकार से मदद प्राप्त कर सकते हैं | आपको सरकार मदद के रूप में अपनी बैंक से लोन प्रदान करती है | यह लोन आपको आपके व्यापार के लिए दिया जाता है | और आपको लोन इस हिसाब से दिया जाता है | कि आपको व्यापार शुरू करने के लिए कितने पैसों की जरूरत है | लोन द्वारा दी गई धनराशि पर बैंक ब्याज लेती है |
अपने व्यापार में अन्य व्यक्तियों को शामिल करना –
आप किसी भी व्यापार को अकेले नहीं कर सकते हैं | आपको अपने साथ अन्य व्यक्तियों को काम पर रखना पड़ता है | आपको अपने व्यापार में उन्हीं व्यक्तियों को शामिल करना चाहिए | जो आपके व्यापार में अच्छी जानकारी रखते हों | आपको अपने व्यापार में कार्यशील और ईमानदार व्यक्तियों को रखना चाहिए |
ग्राहक का चुनाव –
किसी भी सामान को बेचने के लिए आपको ग्राहक को ढूंढना पड़ता है | आप चाहें तो यह कार्य ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से कर सकते हैं | आपको फर्नीचर को बेचना है तो आपको सबसे पहले उस देश को ढूंढना चाहिए जहाँ पर फर्नीचर की मांग अधिक हो | आपको उन्हीं देशों में अपने फर्नीचर को बेचना चाहिए | साथ ही साथ आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि आपको इस देश में अधिक लाभ प्राप्त हो रहा है |
फर्नीचर के व्यापार में सावधानियाँ –
आपको फर्नीचर का व्यापार करते समय कई प्रकार की सावधानियां रखनी पड़ती है| आपको सबसे पहले सरकार से लाइसेंस प्राप्त करना पड़ता है | और सभी प्रकार के कागजों को सही करना चाहिए | ताकि आप किसी प्रकार की जांच में फंसे नहीं | फर्नीचर को खरीदने समय आपको अच्छे से जांच करनी चाहिए | ताकि आपको बाद में किसी प्रकार की समस्या ना आए | आपको अपने सामान की जांच करना जरूरी होता है | ताकि जिसको सामान बेचे वह आप के पास शिकायत लेकर न आए | आपको अपने साथ काम करने वाले लोगों को ध्यान रखना चाहिए | ताकि आपके व्यापार में वह किसी प्रकार की गड़बड़ी न कर सके | आप अपने व्यापार को अगर ऑनलाइन करते हैं | तो आपको अधिक सावधानी रखनी पड़ती है | क्योंकि ऑनलाइन लोगों को अधिक धोखा मिलता है | आपको उसी कंपनी के साथ अपना व्यापार करना चाहिए जो आपको समय समय पर पैसे और सामान प्रदान कर सकें |
फर्नीचर के व्यापार में कितनी लागत आती है ?
अगर आप फर्नीचर का व्यापार करना चाहते हैं | तो आपको सबसे पहले अपनी कंपनी की स्थापना करनी पड़ती है | ताकि आप व्यापार का पंजीकरण करा सकें | आपको अपने व्यापार में सभी प्रकार की कागजों को ठीक करना पड़ता है | फर्नीचर का आयात निर्यात करने में आपको फर्नीचर को खरीदना पड़ता है | और उसे किसी ऐसे देश में बेचना चाहिए जिसमे आप की फर्नीचर की मांग हो | आप फर्नीचर को खरीदने की जगह, उसे बना कर बाहर के देशों में बेच सकते हैं | आपको आयात-निर्यात का खर्च और अन्य प्रकार के खर्च देने पड़ते हैं | फर्नीचर के व्यापार में आपको खर्च इस बात पर निर्भर करता है | कि आप इस व्यापार को किस स्तर पर शुरू कर रहे हैं | अगर आप इस व्यापार को छोटे स्तर पर करते हैं | तो आपको ₹1,00,000 से ₹2,00,000 की जरूरत पड़ती है | अगर आप इस व्यापार को बड़े स्तर पर शुरू करते हैं | तो आपको ₹5,00,000 से ₹8,00,000 तक की जरूरत पड़ सकती है |
फर्नीचर का आयात-निर्यात करने में कितना लाभ होता है ?
अगर आप इस व्यापार को बड़े स्तर पर करते हैं तो आपको अधिक लाभ प्राप्त होता है | और अगर आप इस व्यापार को छोटे स्तर पर करते हैं | तो आपको कुछ कम लाभ प्राप्त होता है | आप का लाभ इस बात पर निर्भर करता है कि आप जिस फर्नीचर को बेच रहे हैं | उसकी बाजार में कितनी मांग है | आपको अपने व्यापार में उन्हीं फर्नीचर को शामिल करना चाहिए | जिनकी बाजार में अधिक मांग होती हो | और आपको अपने सामान उस बाजार में बेचना चाहिए जहाँ पर आपके सामान की अधिक मांग हो | तभी आपको अच्छा लाभ प्राप्त हो सकता है | फर्नीचर के व्यापार में आपको लगभग 25% से 30% लाभ प्राप्त होता है |
*FAQ*
(a) फर्नीचर का आयात-निर्यात करने में किन चीजों की जरूरत होती है ?
फर्नीचर का आयात-निर्यात करने के लिए आपको सरकार से लाइसेंस,IEC कोड ,GST नम्बर , कंपनी का पंजीकरण, जैसे अन्य चीजों की जरूरत होती है |
(b) आप अपने फर्नीचर को किस देश में अधिक बेच सकते हैं ?
अगर आप अपने फर्नीचर को बेचना चाहते हैं तो आपके लिए अमेरिका सबसे सही देश माना जाता है | क्योंकि अमेरिका में फर्नीचर की मांग अधिक होती है |
(c) फर्निचर किन चीजों से बनाया जाता है ?
फर्निचर का निर्माण लकड़ी की मदद से, प्लास्टिक की मदद से और अन्य की मदद से फर्नीचर को बनाया जाता है |
(d) फर्नीचर में कौन कौन से समान पाए जाते हैं ?
फर्नीचर मैं आपको कुर्सी, टेबल, ब्रेड, सोफा, और अन्य चीजें देखने को मिल जाती है |