बाइक के पार्ट का व्यापार कैसे करें ?How to do bike parts business?
आपको अपनी बाइक में कई बार पार्ट को नया लगवाना पड़ता है | क्योंकि बाइक के कुछ पार्ट की ये सीमा होती है | कि वह इतने दिनों तक ही चलेंगे या फिर वह कई बार खराब हो जाते हैं | आपको यह कार्य करने वाले लोग देखने को मिल जाते हैं | जो बाइक के पार्ट को आयात-निर्यात करते हैं | यह कार्य करने वाले लोग हमारे आसपास की दुकानों पर सामान को पहुंचाते हैं बाइक के की मांग पूरी दुनिया भर में रहती है |
बाइक के पार्ट का आयात-निर्यात कैसे किया जाता है ?
Contents
- 1 बाइक के पार्ट का आयात-निर्यात कैसे किया जाता है ?
- 2 बाइक के पार्ट का आयात-निर्यात करने का तरीका –
- 3 सामान का चुनाव –
- 4 व्यापार की स्थापना करना –
- 5 सरकार से अनुमति लेना –
- 6 IEC कोड प्राप्त करना –
- 7 GST नंबर प्राप्त करना –
- 8 मार्ग का चुनाव –
- 9 करंट अकाउंट खुलवान –
- 10 लोन कहाँ से प्राप्त करें ?
- 11 अपने व्यापार में अन्य व्यक्तियों को काम पर रखना –
- 12 इस व्यापार में सावधानी –
- 13 बाइक के पार्ट के व्यापार में कितनी लागत आती है ?
- 14 बाइक पार्ट का आयात-निर्यात करने में कितना लाभ है ?
- 15 * FAQ *
हमारे आस-पास या हमारे घर पर ही हमको बाइक देखने को मिलती है | और हर व्यक्ति अपने पास बाइक रखना चाहता है | आपको अपनी बाइक को समय समय पर बनवाना भी पड़ता है | आपको अपने आस-पास बहुत सारी दुकानें मिलती है | जो बाइक को बनाती है| बाइक का प्रयोग पूरी दुनिया भर में किए जाता है | आपको अपने ही देश की सड़कों पर कई सारी बाइक देखने को मिलती है | भारत में बाइक को पसंद करने वाले लोग अधिक हैं | तभी यहाँ पर आपको कई सारी विदेशी कंपनियों की भी बाइक देखने को मिल जाती है | जो हमारे भारत में अपनी बाइक को बेच रही है |
आपको अपनी बाइक में कई बार पार्ट को नया लगवाना पड़ता है | क्योंकि बाइक के कुछ पार्ट की ये सीमा होती है | कि वह इतने दिनों तक ही चलेंगे या फिर वह कई बार खराब हो जाते हैं | आपको यह कार्य करने वाले लोग देखने को मिल जाते हैं | जो बाइक के पार्ट को आयात-निर्यात करते हैं | यह कार्य करने वाले लोग हमारे आसपास की दुकानों पर सामान को पहुंचाते हैं बाइक के की मांग पूरी दुनिया भर में रहती है |
बाइक के पार्ट का आयात-निर्यात करने का तरीका –
बाइक के पार्ट की मांग आपको पूरी दुनिया भर में मिलती है | आपको यह व्यापार करते समय अधिक परेशानी नहीं होती है | क्योंकि इसकी मांग आपको हर समय मिलती है | और यह व्यापार करते समय आपको कुछ बातों का ध्यान देना चाहिए | आपको अपने व्यापार को शुरू करने से पहले ध्यान देने वाली बातें इस प्रकार हैं जिनका ध्यान देकर आप अपने व्यापार में अधिक लाभ कमा सकते हैं |
सामान का चुनाव –
किसी भी प्रकार के व्यापार करने से पहले आपको सामान का चुनाव करना पड़ता है | कि आप किस सामान का व्यापार करना चाहते हैं | आपके बाजार में सबसे अधिक मांग रहने वाली चीजें इस प्रकार है | आपको अपने व्यापार में अधिक मांग टायर की मिल जाती है | और आपको बैरिंग, इंजन की पार्ट, और गाड़ियों के अन्य पार्ट की अधिक मांग मिलती है | यह व्यापार आप व्यक्तिगत रूप में भी कर सकते हैं | और आप चाहे तो किसी कंपनी की फ्रेंचाइज़ भी ले सकते हैं |
व्यापार की स्थापना करना –
आपको सबसे पहले अपने व्यापार की स्थापना करनी पड़ती है | कि आप कहा पर इस व्यापार को कर रहे हैं | अगर आप चाहे तो इस व्यापार को छोटे स्तर पर कर सकते हैं | और आप चाहे तो इस व्यापार को बड़े स्तर पर भी कर सकते हैं| अगर आप इस व्यापार को बड़े स्तर पर करते हैं | तो आपको बड़े स्तर पर सामान को थोक भाव में बेचना पड़ता है | अगर आप इस व्यापार को बड़े स्तर पर करते हैं | तो आपको बाहर के देशों में भी आयात-निर्यात करना पड़ता है | और अगर आप इस व्यापार को छोटे स्तर पर कर रहे हैं तो आपको किसी स्थान पर मकान लेना पड़ता है | आपको अपने व्यापार को वहीं पर शुरू करना चाहिए | जहाँ पर बाजार हो | तभी आप दिन भर में अच्छा लाभ कमा पा पाएंगे | आपको कई सारे बाइक बनाने वाले मिस्त्रियों से बात करनी पड़ती है ताकि वह आपकी दुकान से सामान ले जाएं| और आपको अपने लाभ का कुछ हिस्सा उनको देना चाहिए तभी वह आपके पास आएँगे | आपको अपने सामान को वहीं से लाना चाहिए जहाँ पर आपको अधिक सस्ता और अच्छा सामान मिल पाए | आपको अपने व्यापार में कई सारी अनुमति लेनी पड़ती है |
सरकार से अनुमति लेना –
सभी प्रकार के व्यापार में आपको सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है | बिना सरकार की अनुमति के आप किसी भी प्रकार के व्यवहार को नहीं कर सकते हैं | आपको यह अनुमति लेने के लिए अपनी कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है | और आप अगर दो देशों के बीच इस व्यापार को कर रहे हैं | तो आपको दोनों देशों की सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है |
IEC कोड प्राप्त करना –
अगर आप इस व्यापार को बड़े स्तर पर करते हैं | तो आपको IEC कोड प्राप्त करना पड़ता है | ये आपको अपने व्यापार के लिए जरूरी होता है | IEC कोड प्राप्त करने के लिए अपने कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है | यह कोड ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से प्राप्त कर सकते हैं |
GST नंबर प्राप्त करना –
अगर आप इस व्यापार को बड़े स्तर पर करते हैं | तो आपको सरकार से GST नंबर प्राप्त करना पड़ता है | ये नंबर ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से प्राप्त कर सकते हैं| इस नंबर को प्राप्त करने के लिए आपको अपने कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है | आपको इस व्यापार में GST नंबर से लाभ प्राप्त होता है |
मार्ग का चुनाव –
सभी प्रकार के व्यापार में आपको मार्ग खत्म नाव करना पड़ता है अगर आप बड़े स्तर पर किस करते तो करते हैं तो आपको हे अपने व्यापार में सामान को लाने के लिए सड़क मार्ग का चुनाव करना चाहिए कई सारे देश हमारे देश से सड़क मार्ग से जुड़े हुए हैं और आप चाहे तो आप अपने सामान का आयात निर्यात रेल मार्ग से भी कर सकते हैं कई सारे देश हमारे देश से रेलमार्ग से जुड़े हुए हैं | और आप चाहें तो अपने सामान का आयात निर्यात समुद्र मार्ग से भी कर सकते हैं | बड़े स्तर पर किसी भी व्यापार का आयात निर्यात समुद्र मार्ग से ही किया जाता है | आपको यह मार्ग अधिक सस्ता पड़ता है
करंट अकाउंट खुलवान –
सभी प्रकार के व्यापार से आपको लेन- देन करने की आवश्यकता पड़ती है | और आपके पास एक करंट अकाउंट का होना जरूरी होता है | ये अकाउंट आपके लिए जरूरी होता है | ये अकाउंट खुलवाने के लिए आपको अपने जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है | आपको यह अकाउंट उस बैंक में खुलवाना चाहिए जहाँ पर आपको विदेशी पैसों को जल्दी से जल्दी बदलकर भारतीय पैसे प्रदान किए जाएं |
लोन कहाँ से प्राप्त करें ?
अगर आपको अपने व्यापार में लोन प्राप्त करना है | तो आपको सरकार की मदद लेनी चाहिए | सरकार आपको आपनी बैंक से लोन प्रदान करती है | यह लोन आपको इस आधार पर दिया जाता है | कि आपको कितने पैसों की जरूरत है आपको यह लोन प्राप्त करने के लिए सभी प्रकार के जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है | यह लोन आपको ब्याज दर पर दिया जाता है | क्योंकि आप इसका प्रयोग अपने व्यापार के लिए कर रहे हैं | इस लोन पर ब्याज बैंक अपने नियमानुसार तय करता है |
अपने व्यापार में अन्य व्यक्तियों को काम पर रखना –
आप इस व्यापार को अकेले नहीं कर सकते हैं | आपको इस व्यापार में अधिक काम करना पड़ सकता है | तभी आपको अपने व्यापार में अन्य व्यक्तियों को सामिल करना चाहिए | आपको अपने व्यापार में उन्हीं व्यक्तियों को शामिल करना चाहिए | जो आपके व्यापार के बारे में अच्छी जानकारी रखते हो | और वह ईमानदार और कार्यशील होने चाहिए | ताकि वह आपके द्वारा दिए गए कार्य को जल्दी और इमानदारी से कर सके | आपको उन्हें समय-समय पर सैलरी भी देनी पड़ी हैं |
इस व्यापार में सावधानी –
सभी प्रकार के व्यापार में आपको सावधानियां रखनी पड़ती है | तभी आप व्यापार को आसानी से कर पाएंगे | आपको अपने व्यापार में सभी प्रकार के कागजों को तैयार रखना पड़ता है | आपको अपने सामान को वही से लाना चाहिए जिस स्थान पर आपको सस्ता और अच्छा सामान मिलता हो | आपको अपने सामान को वहीं पर बेचना चाहिए | जहाँ पर उसकी अच्छी मांग हो | आपको अपने साथ कार्य करने वाले लोगों पर ध्यान देना चाहिए | कि वह किसी प्रकार की गड़बड़ी न करें | आपको अपने सामान को बाहर के देशों में भेजने से पहले चेक करना चाहिए कि उसमें किसी प्रकार का गैरकानूनी सामान न जाए | नहीं तो जांच के दौरान मिलने पर आपको सजा भी हो सकती है | अगर आप अपने व्यापार को ऑनलाइन करते हैं | तो आपको अधिक सावधानी रखनी चाहिए | यह व्यापार करते समय मार्ग का ध्यान देना चाहिए कि किस मार्ग से आपकी बचत होगी और किस मार्ग से सामान का आयात-निर्यात करने में आपको अधिक खर्च आएगा |
बाइक के पार्ट के व्यापार में कितनी लागत आती है ?
अगर आप बाइक के पार्ट का आयात-निर्यात करना चाहते हैं | तो आपको इसमें दो भाग मिलते हैं | आप चाहे तो आप इस व्यापार को छोटे स्तर पर कर सकते हैं | और आप चाहे तो इस व्यापार को बड़े स्तर पर कर सकते हैं | आपको व्यापार में लाभ इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप इस व्यापार को किस स्तर पर कर रहे हैं | बड़े स्तर के व्यापार में आपको एक देश से दूसरे देश तक सामान का आयात-निर्यात करना पड़ता है | और अगर आप इस व्यापार को छोटे स्तर पर करते हैं | तो आपको अपने सामान को थोक और फुटकर में बेचना पड़ता है | अगर आप इस व्यापार को छोटे स्तर पर करते हैं | तो आपको ₹50,000 से ₹1,00,000 की लागत आ सकती है | और अगर आप इस व्यापार को बड़े स्तर पर करते हैं | तो आपको 5,00,000 रुपयों से 10,00,000 रुपये की लागत आ सकती है |
बाइक पार्ट का आयात-निर्यात करने में कितना लाभ है ?
अगर आप बाइक के पार्ट का आयात-निर्यात करना चाहते हैं | तो आपको लाभ इस स्तर पर निर्भर करता है | कि आप इस व्यापार को किस स्तर पर कर रहे हैं | अगर आप इस व्यापार को बड़े स्तर पर करते हैं तो आपको अधिक लाभ प्राप्त होता है | अगर आप इस व्यापार को छोटे स्तर पर करते हैं | तो आपको कुछ कम लाभ प्राप्त होता है| बाइक के पार्ट का आयात-निर्यात करते समय आपको कम से कम 20% से 30% लाभ प्राप्त होता है | अगर अधिक मांग है | तो यह लाभ और भी बढ़ सकता है |
* FAQ *
(a) सबसे अधिक बाइक के पार्ट कौन-कौन से देश किस देश में आयात किए जाते हैं ?
सबसे अधिक बाइक के पार्ट का आयात-निर्यात अमेरिका और जर्मनी जैसे देश करते हैं |
(b) बाइक के पार्ट का आयात-निर्यात करने में कितना मार्जिन मिलता है ?
बाइक के पार्ट का आयात-निर्यात करने में आपको कम से कम 20% से 30% मार्जिन मिलता है |
(c) बाइक के पार्ट में सबसे अधिक मांग किन पार्ट की होती है ?
बाइक के पार्ट में सबसे अधिक मांग टायर , क्लच, क्लच वार, क्लच प्लेट, और अन्य पार्ट की होती है |
(d) बाइक के पार्ट का आयात-निर्यात करने में कितना खर्च आ सकता है ?
बाइक के पार्ट का आयात-निर्यात करने का खर्चा आपके व्यापार के ऊपर होता है | कि आप किस स्तर पर इस व्यापार को कर रहे हैं | अगर आप इस व्यापार को छोटे स्तर पर करते हैं तो आपको 50,000 से ₹1,00,000 की लागत आ सकती हैं| और अगर बड़े स्तर पर करते हैं | तो आपको 5,00,000 से ₹10,00,000 की लागत आ सकती हैं |
Thanks Visit again.
Good information sir