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मटर की खेती कैसे करें ?How to cultivate peas?

Fresh green pea vegetables with onion, food preparation

मटर की खेती कैसे करें ?How to cultivate peas?

मटर एक प्रकार की दलहनी फसल है | इसकी खेती खरीफ के समय में की जाती है | और मटर को लोग बहुत पसंद करते हैं | क्योंकि मटर अधिक स्वादिष्ट होती है | मटर की सब्जी बनायी जाती है तथा मटर का प्रयोग अन्य खाने वाली चीजों में किया जाता है |

मटर की खेती क्या है ?

                               मटर एक प्रकार की दलहनी फसल है | इसकी खेती खरीफ के समय में की जाती है | और मटर को लोग बहुत पसंद करते हैं | क्योंकि मटर अधिक स्वादिष्ट होती है | मटर की सब्जी बनायी जाती है तथा मटर का प्रयोग अन्य खाने वाली चीजों में किया जाता है | मटर को खाने से हमारे शरीर में ताकत आती है | क्योंकि मटर को खाने वाले लोगों का मानना है | कि मटर के दाने में आयरन , जिंक , मैग्नीशियम , पाया जाता है | मटर की खेती आप आसानी से कर सकते हैं |  मटर को आप अगस्त सितंबर के महीने में वो सकते हैं मटर की खेती करने के लिए आपको  प्रकार  शिक्षा लेने की जरूरत नहीं होती है मटर को दुनिया भर में पसंद किया जाता है तथा इसको लगभग सभी मिट्टी में उगाया जा सकता है तथा यहाँ अधिक पानी की मांग भी नहीं करती मटर को कम पानी की जरूरत होती है | मटर की खेती करने से अधिक लाभ प्राप्त होता है |

मटर की खेती कैसे करें ?

मटर की खेती करना बहुत तो आसान होता है| आप मटर की खेती को कम पैसे में भी कर सकते हैं | आपको मटर की खेती करने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना पड़ता है जैसे –

 

 खेत का निर्माण-

मटर की खेती करने के लिए आपको अपने खेत को तैयार करना पड़ता है | और खेत को तैयार करने के लिए आपको खेत की जुताई करने की जरूरत पड़ती है | आपको अपने खेत में जुताई दो बार कल्टीवेटर से करनी चाहिए | और उसके बाद आपको अपने खेत की उर्वरक शक्ति को बढ़ाने के लिए उसमें गोबर की खाद को डालना चाहिए | और अपने खेत में  उर्वरक शक्ति को बढ़ाने के लिए उसमें से खरपतवार को निकालने की जरूरत पड़ती है | जो उर्वरक शक्ति को बढ़ान के लिए आपको गोबर की खाद का ही प्रयोग करना चाहिए  | क्योंकि गोबर की खाद पूर्ण रूप से प्राकृतिक होती है | जो हमारे खेतों को किसी प्रकार से नुकसान नहीं पहुंचाती है | खेत में खाद डालने के बाद आपको उस खेत को रोटावेटर से जुताई करने की जरूरत पड़ती है | जुताई करने के बाद आपको उस खेत को खुला छोड़ देना चाहिए | और अगर आपके खेत में नमी की कमी है तो आपको सिंचाई करने की जरूरत पड़ती है |

खेत की सुरक्षा –

अगर आप अपनी फसल को सुरक्षित करना चाहते हैं | तो आपको अपने खेत की सुरक्षा है पर ध्यान देना चाहिए | इसके लिए आपको अपने खेत को चारों तरफ से घेराव कर देना चाहिए| सुरक्षा करने के लिए आपको लोहे की पाइप का प्रयोग करना चाहिए| अगर आपके पास पैसों की कमी है तो आप बासो का भी प्रयोग कर सकते हैं | बॉस के साथ-साथ आपको रस्सी और तारों की जरूरत पड़ेगी | आपको बासो को खेत के किनारे पर गाड़ना है | आपको ध्यान रखना है कि बांस की लंबाई कम से कम 8 या 9 फिट तक हो | आपको बासो को बहुत मजबूती से जमीन के अंदर गाड़ना चाहिए | ताकि जंगली जानवर उसे आसानी से उखाड़ न सके |

मटर की बुआई के लिए उन्नतिशील बीजों की किस्में –

 

किसी भी फसल की  पैदावार में मुख्य भाग होता है कि आप किस किस्म  के बीज बो रहे हैं | अगर आप अपने खेत में अच्छे नस्ल के बीजों को बोते हैं तो आपकी फसल में अच्छी पैदावार होती है | अगर आप मटर की अच्छी पैदावार पाना चाहते हैं| तो आपको GS10 , AP3 ,PSM3 , के उन्नतिशील बीजों का प्रयोग करना चाहिए |  क्योंकि मटर की खेती करने वाले किसानों का मानना है कि यह नस्ल के बीज अधिक लाभदायक होते हैं |

 मटर की बुआई करने का तरीका –

मटर की बुआई करना बहुत  ही आसान होता है | यह काम कम पैसों में भी किया जा सकता है | सबसे पहले आपको अपने बाजार से उन्नतिशील बीजों को ले आना है | उसके बाद आपको उन बीजों को रोक मुक्त करने के लिए रोग नाशक दवा में मिलाकर उनका उपचार करना चाहिए | बीजों का रोग उपचार करने से उनमें अंकुरण बहुत अच्छा होता है | अगर आप एक एकड़ में मटर की खेती करना चाहते हैं| तो आपको लगभग चार से पांच किलोग्राम बीजों की जरूरत होगी | अगर आप मटर की खेती दोमट मिट्टी में करते हैं | तो आपको अधिक सिंचाई करने की जरूरत नहीं पड़ती है | और अगर आप चिकनी मिट्टी में मटर की खेती करते हैं | तो आपको जल्दी-जल्दी सिंचाई करने के जरूरत पड़ती है | मटर की फसल को लगभग चार बार सिंचाई करने की जरूरत पड़ती है |

मटर की फसल में कौन-कौन से रोग होते हैं ?

मटर की खेती करने में आपको कई प्रकार के रोगों का सामना करना पड़ता है | मटर की खेती करने वाले किसानों का मानना है | कि उनकी फसल में उकटा रोग देखने को मिलता है | इस रोग के लगने से आपकी मटर की पत्तियाँ पीली पड़ जाती है | और यह रोग बहुत जल्दी विकास करता है | और मटर की फसल में झुलसा रोग भी देखने को मिलता है | इस रोग के लगने से आपकी फसल के पत्ते बहुत जल्दी सूखने लगते हैं | और आपकी फसल पर हरी इल्ली , तंबाकू इल्ली , जैसे कीटों का प्रकोप देखने को मिल सकता है | इन रोगों को दूर करने के लिए आपको अपने नजदीकी बाजार से जाकर कृषि केंद्र से इनकी दवा लेकर फसल पर छिड़काव कर देना चाहिए | यह दवा आपको मशीनों के द्वारा छिड़कना चाहिए | ताकि वो आसानी से फैल सके |

एक एकड़ मे मटर की खेती करने में कितना लाभ मिलता है ?

                                                                            खेती करते हैं | तो आपको मटर की अच्छे तरीके से देखभाल करने की जरूरत होती है | और वह किसी प्रकार के रोग से ग्रसित होती है तो आपको उन पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करना पड़ता है | मटर की फसल में आपको बहुत सारी मेहनत करने की जरूरत होती है | और आपको मटर को समय-समय पर सिंचाई करने की जरूरत पड़ती है | ये सब करने के बाद आपको एक एकड़ में लगभग 50 से 65 क्विंटल मटर प्राप्त होती है | ये हम मटर आपको बाजार में ले जाकर थोक भाव में बेचना है | मान लीजिए आपके बाजार में मटर का थोक भाव ₹30 प्रति किलोग्राम है | तो आपको लगभग ₹1,80,000 प्राप्त होते हैं अगर आपके खेत में 60 किलोमीटर प्राप्त हुई है तो|

एक एकड़ में मटर की खेती करने में कितना खर्च आता है ?

एक एकड़ में मटर की खेती करने के लिए आपको सबसे पहले खेत की तैयारी करनी पड़ती है | जिसके लिए जुताई करने की जरूरत होती है | उसका खर्चा आपको लगभग ₹4000 आता है और खेत के खरपतवार को निकालने की जरूरत पड़ती है | यह काम आप मशीन की सहायता से भी कर सकते हैं | जिससे अधिक खर्च नहीं आता है | मशीन से खरपतवार निकलवाने में आपको खर्चा ₹4000 तक का आता है | आपको खेत में गोबर की खाद डालने की जरूरत पड़ती है गोबर की खाद आपको अपने घर से भी मिल जाएगी | आपको केवल खाद को ले जाने का खर्च लगता है | यह खर्च इस बात पर निर्भर करता है | कि आप के खेत से आपके घर की दूरी  कितनी है | आपको अपने खेत में दबाव का दवाओं का छिड़काव भी करना पड़ता है | सभी प्रकार की दवाओं का छिड़काव का खर्च लगभग आपको ₹2500 तक आ सकता है | फसल को तैयार करने के बाद आपको मटर तोड़ने के लिए मजदूर करने की जरूरत पड़ती है | यह खर्च इस बात पर निर्भर करता है | कि आप कितना मजदूर करते हैं | और फसल को मंडी तक ले जाने का खर्च अलग से लगता है | यह खर्च भी इस बात पर निर्भर करता है | कि आप के खेत से मंडी की दूरी कितनी है | कुल मिलाकर अगर आप एक एकड़ में मटर की खेती करते हैं तो आपको लगभग 35,000 से ₹46,000 की जरूरत पड़ती है  |

* FAQ *

(a) मटर की खेती कब की जाती है ?

मटर की खेती करने वाले किसानों का मानना है कि वह अपनी मटर को नवंबर के प्रथम सप्ताह तक बुआई कर देते हैं |

(b) मटर की फसल की फसल कितने दिनों  में तैयार हो जाती है ?

मटर कितने दिनों में तैयार होगी | यह बात इस पर निर्भर करती है कि आप कौन से किस्म की मटर को बोते हैं | लगभग सभी किस्मों की मटर 150 दिनों तक तैयार हो जाती है |

 

(c) एक एकड़ खेत में कितनी मटर प्राप्त होती है ?

अगर आप अपनी फसल को सही समय पर सिंचाई करते उसकी है | और अच्छे से देखभाल करते हैं | तो 1 एकड़ में लगभग 28 से 30 क्विंटल मटर प्राप्त होती है |

(d) मटर के दाने में कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं ?

मटर हमारे लिए लाभदायक होती है | मटर के दाने में आयरन , जिंक, मैगनीशियम, पाए जाते हैं |

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