सोयाबीन की खेती कैसे करें ?How to cultivate soybean?

सोयाबीन की खेती कैसे करें ?How to cultivate soybean?

सोयाबीन भी एक प्रकार की फसल है  | सोयाबीन का उत्पादन लगभग पूरी दुनिया में किए जाता है | यह हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है | और लोगों का ऐसा मानना है कि सोयाबीन को खाने से हमारे शरीर के अंदर ताकत का बढ़ाव होता है | क्योंकि प्रोटीन, कैल्शियम ,जैसे पोषक तत्व सोयाबीन में पाए जाते हैं | सोयाबीन का प्रयोग हमारे घरों में किया जाता हैं | और सोयाबीन से बहुत सारी चीजें बनाई जाती है | जैसे सोयाबीन पनीर की पनीर, सोयाबीन का तेल, आदि पदार्थों को सोयाबीन से बनाया जाता है | सोयाबीन हमारे लिए बहुत उपयोगी माना जाता है |

सोयाबीन की खेती क्या है ?

 

सोयाबीन भी एक प्रकार की फसल है  | सोयाबीन का उत्पादन लगभग पूरी दुनिया में किए जाता है | यह हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है | और लोगों का ऐसा मानना है कि सोयाबीन को खाने से हमारे शरीर के अंदर ताकत का बढ़ाव होता है | क्योंकि प्रोटीन, कैल्शियम ,जैसे पोषक तत्व सोयाबीन में पाए जाते हैं | सोयाबीन का प्रयोग हमारे घरों में किया जाता हैं | और सोयाबीन से बहुत सारी चीजें बनाई जाती है | जैसे सोयाबीन पनीर की पनीर, सोयाबीन का तेल, आदि पदार्थों को सोयाबीन से बनाया जाता है | सोयाबीन हमारे लिए बहुत उपयोगी माना जाता है | कई किसान सोयाबीन की खेती करते हैं और उनसे बहुत सारा पैसा भी कमाते हैं| सोयाबीन की खेती करना बहुत ही आसान होता है | यह खेती कोई भी व्यक्ति कर सकता है | और वह अधिक लाभ कमा सकता है | सोयाबीन की खेती करने के लिए आपको सही मौसम का चुनाव करना रहता है | और उस सही मौसम में आप सोयाबीन की बुआई कर सकते हैं |

 सोयाबीन की खेती करने का तरीका –

सोयाबीन की खेती करने के लिए आपको खेत का चुनाव करना होगा | और खेत का चुनाव इस प्रकार करे की उस खेत की मिट्टी अधिक उपजाऊ हो | सोयाबीन की खेती करने के लिए आपको सबसे पहले अपने खेत में जुताई कर देना हैं और उनमें से सारे खरपतवार को निकालकर बाहर  कर देना है | खेत की जुताई करने के बाद आपको उस खेत को खुला छोड़ देना चाहिए | अगर आपके खेत में नमी नहीं है तो पहले आपको खेत की सिंचाई करने के बाद उसकी जुताई करनी चाहिए |  खेत की उर्वरक शक्ति बढ़ाने के लिए आपको उसमें खाद डालने की जरूरत पड़ती है | यह खाद का प्रयोग आप सिंचाई से पहले भी कर सकते हैं  और आप अगर चाहे तो सिंचाई के बाद भी कर सकते हैं | आपको खेत में गोबर की खाद ही डालनी चाहिए | क्योंकि गोबर के खाद से उत्पादन शक्ति बढ़ती है | आज ही आपको अपने खेत में सुरक्षा का अधिक ध्यान रखना होता है | ताकि खेत के अंदर किसी प्रकार का जंगली जानवर ना आ सके |  खेत की सुरक्षा करने के लिए आप को चारों तरफ से खेत का घेराव कर देना चाहिए |

 सोयाबीन की खेती करने का सही मौसम –

भारत में सोयाबीन की खेती करने का समय सब जगह एक समान नहीं पाया जाता है | और अगर आप सोयाबीन की खेती करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले मौसम की शुरुआत में ही फसल की बुआई कर देनी चाहिए |  अगरआपका खेत मध्यप्रदेश में है तो आपको 10 से 15 जून को सोयाबीन की बुआई कर देनी चाहिए | आपको अपने खेत में  सोयाबीन की खेती तभी करनी चाहिए | जब आपके यहाँ बरसात का हल्का हल्का मौसम शुरू हो रहा हो | अगर बरसात के मौसम में आपके खेतों में अधिक पानी आता है | तो यह फसल आप के लिए कम लाभदायक मानी जाती है |

सोयाबीन के बीज को बोने का तरीके –

 

आपको अपने खेत में सबसे पहले सभी प्रकार के खरपतवार निकाल कर उसको साफ करना है | आपको अपने खेत को अच्छे तरीके से कई बार जुताई  करा देना है | अगर आपके क्षेत्र में अधिक बारिश होती है | और वहाँ पर अधिक दिनों तक पानी लगा रहता है | तो आपको अपने खेत में  मेडी बनाकर बुआई करनी चाहिए | आपको अपने खेतों में सीधा-सीधा मे मेडियो का निर्माण करना है | आपको एक मेडी से दूसरे मेडी के बीच की दूरी कम से कम 15 इंच रखनी चाहिए | आपको दोनों मेडियो के बीच इतनी जगह छोड़नी चाहिए ताकि आने जाने में आसानी हो | और अगर बारिश न हो तो आप उन मेडियो के बीच बनी नालियों के द्वारा सोयाबीन की सिंचाई कर सके | और आपको फसल पर दवाओं का छिड़काव करने में किसी प्रकार की समस्या न हो |

सोयाबीन को बोने के लिए बीजों का चुनाव –

आपको वही बीज बोना है | जो आपके मानसून के अनुकूल हो | और आसानी से वह अपना विकास कर सकें | अगर आप अच्छा लाभ चाहते हैं | तो आपको SL 958 , SL 525, AL882, जैसे उपजाऊ बीजों को बोना चाहिए क्योंकि सोयाबीन की खेती करनेवाले किसानों का मानना है | इन बीजों की फसल अधिक लाभ देती है |

1 एकड़ में कितने बीजों को बोना चाहिए ?

अगर आप सोयाबीन की खेती करना चाहते हैं | तो आपको यह तय करना होगा कि आप किस हिसाब से बीजों को बो रहे हैं | सबसे पहले आपको को बीजों को जूट के बोरे पर रखकर प्लास्टिक की बोरी से ढंक कर रखना है | और आपको उसमें रोज़ पानी छिड़कते रहना है | और 4 दिन बाद आपको उस बोरी को हटाकर देखना है | कि 100 में से कितने बीज सही तरीके से अंकुरित हुए हैं | अगर 100 में से 80 या 70 बीज सही तरीके से अंकुरित होते हैं | तो आपको 1 एकड़ में 20 से 25 किलोग्राम तक बीज बोने की जरूरत पड़ती है | अगर आप मेडी के किनारे बीज बोते है | तो आपको एक बीज से दूसरे बीच की दूरी लगभग 9 इंच की रखनी चाहिये |

सोयाबीन की खेती करते समय कौन कौन सी बीमारियां होती हैं ?

अगर आप सोयाबीन की खेती करना चाहते हैं | तो आपको पता होना चाहिए कि सोयाबीन की फसल में कई प्रकार की बीमारियां होती रहती है | उन बीमारियों का नाम निम्नलिखित हैं- गरीडल व्हीकल , तना छेदक, हरी इल्ली, तंबाकू इल्ली, रस चूसने वाले कीट, की बिमारीया फसल पर होती रहती है |  अगर आप अपनी फसल पर समय-समय पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करते हैं | तो आपकी फसल सुरक्षित रहती है | आपको अगर रोक समझ नहीं आ रहा है | तो उस रोग की फोटो लेकर किसी कृषि केंद्र पर जाकर उस फोटो को दिखाएंगे तो वह व्यक्ति आपको उस रोग की दवा दे देगा | जिसे छिड़काव करके आप अपनी फसलों को बचा सकते हैं |

सोयाबीन की फसल को कितने दिनों में तैयार  हो जाती है ?

सोयाबीन की फसल तैयार होने की तिथि इस बात पर निर्भर करती है कि आपने कौन से बीज की बुआई की है |  अगर आप अपने मानसून के अनुसार किस्मों को बोते हैं तो आप की फसल 90 दिन से 100 दिनों तक तैयार हो जाती है |

 सोयाबीन की फसल में कितना लाभ प्राप्त होता है ?

profit                                                               सोयाबीन की खेती करते हैं | तो आपको अपनी फसल अच्छे से तैयार होने में 90 से 100 दिनों तक का समय लगता है | अगर आप अपनी फसल को थोक भाव में देते हैं तो सरकार ने 2022 में सोयाबीन की थोक भाव का दाम ₹1950 प्रति क्विंटल तय किया था | अगर आप एक एकड़ में सोयाबीन बोते हैं तो आपकी फसल लगभग 15 क्विंटल के आस-पास या उससे ज्यादा दाना प्राप्त होता है | आपको लगभग 40 से 50 हजारों रुपए का लाभ प्राप्त हो सकता है | अगर आप अपने सोयाबीन को कुछ दिन रुककर मार्केट में बेचते हैं | तो आपकी फसल का ज्यादा दाम मिलता है |

 

सोयाबीन की खेती करने में कितने पैसों की लागत आती है ?

सोयाबीन की खेती करने के लिए आपको अपने खेत को पूर्ण रूप से खर पतवार से मुक्त करना है | और वह करने के लिए आपको कई बार अपने खेत की जुताई करानी पड़ती है | उसका खर्चा लगभग ₹4000 तक आता है | और अगर बीज की बुआई मशीन से कराते हैं तो आपको उसका खर्च ₹500 से ₹800 तक आता है | फसल में रासायनिक खादों को डाला जाता है | उसका खर्चा आपको ₹1800 से ₹2000 तक आता है | अगर आप की फसल में कोई रोग लग जाता है तो आपको उसके लिए दवाओं का छिड़काव करना होता है| जिसका खर्चा आपको ₹1200 से ₹1500 तक आ सकता है | आप में खेत की सिंचाई करने का खर्चा आपको ₹3000 तक आता है | अगर आपके पास खुद की मशीन है तो यह खर्चा बच सकता है | और फसल तैयार होने के बाद उसे बाजार में ले जाने का खर्च इस बात पर निर्भर करता है कि आप के खेत में मंडी की दूरी कितनी है | अगर आप अपने खेत में मजदूर रखते हैं तो उसका खर्चा आपको अलग से देना पड़ता है | कुल मिलाकर अगर आप सोयाबीन की फसल बोते हैं तो आपको लगभग ₹15,000 से ₹20,000  की जरूरत होती है | और आप जितना अधिक लाख मेहनत करेंगे आपको उतना ही अच्छा लाभ मिलेगा  |

* FAQ *

(a) सोयाबीन की बुआई कब करनी चाहिए ?

सोयाबीन की बुआई तब करनी चाहिए | जब आपके यहाँ बरसात के मौसम की शुरुआत हो रही हो |

(b) सोयाबीन की फसल को कितने दिनों में तैयार किया जाता है?

सोयाबीन की फसल  कब तक तैयार होगी | यह बात इस पर निर्भर करती है| कि करती है कि आप कौन से किस्म का बीज बोते हैं | लगभग सभी किस्मों की फसल 90 से 130 दिनों में तैयार हो जाती है |

 

(c) सोयाबीन से क्या क्या बनाया जाता है ?

इनका प्रयोग बहुत खाद्य पदार्थों को बनाने में किया जाता है | जैसे की सोयाबीन की पनीर, सोयाबीन का दूध, सोयाबीन का तेल , और बहुत सारे पदार्थों में सोयाबीन का प्रयोग किया जाता है |

(d)  सोयाबीन में कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं ?

सोयाबीन हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक माना जाता है | सोयाबीन में प्रोटीन, कैल्शियम , आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं |

 

 

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