दवाओं का आयात-निर्यात कैसे करें ?How to import-export medicines?
हमारे शरीर समय-समय पर किसी न किसी प्रकार की बिमारी होती रहती है | और हम उसको ठीक करने के लिए दवाओं का प्रयोग करते हैं | और इन दवाओं का प्रयोग हर व्यक्ति करता है | चाहे वह किसी भी उम्र का हो | आपको पता है कि सभी प्रकार की दवा हमारी भारत नहीं बनाई जाती है | लेकिन फिर भी यह हमारे बाजार में हमेशा उपलब्ध रहती है | यह सब आयात-निर्यात के कारण होता है |
दवाओं का आयात-निर्यात क्या होता है ?
Contents
- 1 दवाओं का आयात-निर्यात क्या होता है ?
- 2 दवाओं का आयात-निर्यात करने का तरीका –
- 3 ट्रांसपोर्ट कंपनी खोलना –
- 4 दवाओं का चुनाव –
- 5 सरकार से लाइसेंस प्राप्त करना –
- 6 IEC कोड प्राप्त कारना –
- 7 GST नंबर प्राप्त करना –
- 8 मार्ग का चुनाव –
- 9 अपने व्यापार मे लोन कहाँ से प्राप्त करें ?
- 10 करंट अकाउंट खुलवाना –
- 11 व्यापार में अन्य व्यक्तियों को शामिल करना –
- 12 दवाओं के आयात-निर्यात में सावधानियाँ –
- 13 दवाओं का आयात-निर्यात करने में कितना खर्च आता है ?
- 14 दवाओं का आयात-निर्यात करने में कितना लाभ होता है ?
- 15 * FAQ *
हमारे शरीर समय-समय पर किसी न किसी प्रकार की बिमारी होती रहती है | और हम उसको ठीक करने के लिए दवाओं का प्रयोग करते हैं | और इन दवाओं का प्रयोग हर व्यक्ति करता है | चाहे वह किसी भी उम्र का हो | आपको पता है कि सभी प्रकार की दवा हमारी भारत नहीं बनाई जाती है | लेकिन फिर भी यह हमारे बाजार में हमेशा उपलब्ध रहती है | यह सब आयात-निर्यात के कारण होता है | दवाओं का प्रयोग हमारे जीवन का एक हिस्सा बन गया है | और यह हमारे दैनिक जीवन में प्रयोग की जाती है | दवाओं को सभी देश बनाते हैं | लेकिन कुछ दवाएं ऐसी होती हैं | जिनको सभी देश नहीं बना सकते हैं | वह कुछ ही देशों में बनाई जाती है | और उसकी मांग पूरी दुनिया भर में होती है | उसकी मांग होने के कारण लोग उस दवा को उस देश से खरीदकर अपने देश के लोगों को बेचते हैं | दवाओं की मांग हर देश में पाई जाती है | आपको पता होना चाहिए की दवाओं की मांग में बढ़ोतरी के कारण यह है कि लोग अधिक बीमार हो रहे हैं | वह अपने स्वास्थ्य को नज़रअंदाज़ करके किसी भी आश्वस्त भोजन को खाते हैं | और बीमार हो जाते है | भारत में दवाओं का आयात-निर्यात तेजी से किया जा रहा है |
दवाओं का आयात-निर्यात करने का तरीका –
किसी भी व्यापार को करने से पहले आपको पता होना चाहिए | की हमारे यहाँ किस चीज़ की अधिकता है | और हमारे यहाँ किस चीज़ की मांग है| आपके बाजार में जिस की अधिकता हो उसी को आपको बाहर देश में बेचना चाहिये | और जिसकी मांग आपके बाजार में हो वह आपको किसी और देश से लाना चाहिए | यह नियम दवाओं की बाजार में लागू होती है | आपको अपने व्यापार में पता होना चाहिए | की आपके बाजार में किस दवा की अधिकता है | और किस दवा की मांग | आपको अपनी दवाओं को वही से लाना चाहिए | जिस देश में दवाओं की अधिकता हो | और अपने देश से बनी दवाओं को बाहर के देशों में बेचना चाहिए | जो आपके देश में बनाई जाती है | या फिर उसकी अधिकता हो | आपको अगर दवाओं का निर्यात करना है तो आपको बाहर की देशो से दवाओं को लाकर अपने देश में बेचना पड़ता है आपको उसी के देश में दवा को खरीदना चाहिए | जहाँ पर आपको सस्ती दवा मिल पाए | आपको अपने उन दवाओं को बाहर के देश या फिर अपने ही देश में बेचना पड़ता है | आपको अपने व्यापार में लाभ भी प्राप्त होता है | अगर आप इस व्यापार को अच्छे से करते हैं |
ट्रांसपोर्ट कंपनी खोलना –
किसी भी चीज़ का आयात-निर्यात करने के लिए आपको सबसे पहले ट्रांसपोर्ट कंपनी खोलनी पड़ती है| आपको यह कंपनी खोलना जरूरी होता है | आपको ट्रांसपोर्ट कंपनी को सरकार के खाते में पंजीकृत करना पड़ता है | आप चाहे तो अपनी कंपनी में किसी साझेदारी भी ले सकते हैं |
दवाओं का चुनाव –
दवाओं का आयात-निर्यात करने से आपको चुनाव का चुनाव करना पड़ता है | कि आप किस प्रकार की दवाओं का आयात-निर्यात करना चाहते हैं | आपको किसी एक प्रकार की दवाओं की चुनना चाहिए| चाहिए तभी आप उस व्यापार में सफल हो पाएंगे | आपको अपने द्वारा चुनी गई दवा पर काम करना चाहिए और उसी के क्षेत्र में काम करना चाहिए |
सरकार से लाइसेंस प्राप्त करना –
आपको सबसे पहले अपने व्यापार में सरकार से प्राप्त करना है | सरकार की अनुमति के बिना आप किसी भी व्यापार नहीं कर सकते हैं | आपको लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आपने कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है | आप यह लाइसेंस ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से प्राप्त कर सकते हैं |
IEC कोड प्राप्त कारना –
आयात-निर्यात का व्यापार करने के लिए आपको IEC कोड प्राप्त करना पड़ता है | आपके व्यापार में यह कोड बहुत जरूरी होता है | आपको सबसे पहले अपने व्यापार में यह कोड प्राप्त करना पड़ता है | आपको यह कोड सरकार के माध्यम से दिया जाता है | और आपको यह कोड प्राप्त करने के लिए अपने को जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है | आप यह कोड ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से प्राप्त कर सकते हैं |
GST नंबर प्राप्त करना –
आपको सरकार को कर देना पड़ता है | आपको कर हर व्यापार मे कर देना पड़ता है | आप चाहें तो यह नंबर ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से प्राप्त कर सकते हैं| आपको यह GST नंबर जरूरी होता है | बिना इस GST नंबर के आप आयात-निर्यात का व्यापार नहीं कर सकते |
मार्ग का चुनाव –
किसी भी सामान का आयात-निर्यात करते समय आपको मार्ग का चुनाव करना पड़ता है | कि आपकी किस मार्ग से अपने सामान का आयात-निर्यात करना चाहते हैं | अगर आप दवाओं का आयात-निर्यात करना चाहते हैं | तो आप उसको सड़क मार्ग से आयात-निर्यात कर सकते हैं | कई सारे देश हैं जो हमारे देश की सीमा से सड़क मार्ग से जुड़े हुए हैं | आप चाहे तो आप अपने व्यापार में आयात-निर्यात का कार्य रेल मार्ग से कर सकते हैं | कई सारे देश हमारे देश हमारे देश की सीमा से रेलमार्ग से जुड़े हुए हैं | और आप चाहे तो सामान का आयात-निर्यात जल मार्ग और वायु मार्ग से भी कर सकते हैं | और आपको जल मार्ग से सामान का आयात-निर्यात करने में कम खर्च आता है |
अपने व्यापार मे लोन कहाँ से प्राप्त करें ?
सभी प्रकार के व्यापार में आपको पैसों की जरूरत पड़ती है | सबसे पहले अपने व्यापार को अपनी पूंजी के अनुसार शुरू करना चाहिए | अगर आपके व्यापार में आपको पैसों की कमी हो रही है | तो आपको सरकार से मदद लेनी चाहिए | सरकार इस मामले में मदद करती है | और आपको अपने बैंक द्वारा लोन प्रदान करती है | ये लोन आप को इस आधार पर दिया जाता है | की आपके व्यापार में आपको कितने पैसों की जरूरत है | इस लोन पर बैंक आपसे ब्याज लेती है | इस धनराशि पर ब्याज का कारण यह है कि आप इसका प्रयोग अपने व्यापार भी कर रहे हैं | इस धनराशि पर ब्याज बैंक अपने नियमों अनुसार तय करता है |
करंट अकाउंट खुलवाना –
सभी प्रकार के व्यापार में आपको लेन- देन करने की जरूरत पड़ती है | इस लेन-देन को करने के लिए आपके पास करेंट अकाउंट का होना जरूरी होता है | आपको यह अकाउंट उस बैंक में खुलवाना चाहिए | जो आपके विदेशी पैसो को जल्दी से जल्दी बदलकर भारतीय पैसे प्रदान करें | ये अकाउंट खुलवाने के लिए आपको अपनी कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है |
व्यापार में अन्य व्यक्तियों को शामिल करना –
आपको अपने व्यापार में अधिक काम करना पड़ता है | तो आप अपने आप इसमें काम करने वाले लोगों को रखना पड़ता है| क्योंकि कोई भी व्यापार आप अकेले नहीं कर सकते | आपको अपने व्यापार में उन्हीं लोगों को काम पर रखना चाहिए | जो आपके व्यापार के बारे में अच्छी जानकारी रखते हो | आपको अपने व्यापार में ईमानदार लोगों को रखना चाहिए | और आपको ध्यान देना चाहिए कि वह कार्यशील हो| ताकि आपके द्वारा दिए गए कार्य को वह जल्दी कर सके |
दवाओं के आयात-निर्यात में सावधानियाँ –
अगर आप दवाओं का आयात-निर्यात करना चाहते हैं | तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है | जो आपके व्यापार में आपकी मदद करती है | आपको दवाओं खरीदते समय उनका अंतिम दिनांक जरूर देखना चाहिए | कि वह अभी कितने दिनों तक और चलेगी | और आपको अपने व्यापार को शुरू करते समय सभी प्रकार के कागजों को सही करना चाहिए | ताकि आप किसी प्रकार की जांच में फंसे नहीं | आपको अपने व्यापार में अपने साथ काम करने वाले लोगों को ध्यान देना चाहिए कि वह किसी प्रकार की गड़़बड़ न करें | आपको आयात-निर्यात का व्यापार उसी के साथ करना चाहिए | जो आपको समय पर दवा और पैसे दे सके |
दवाओं का आयात-निर्यात करने में कितना खर्च आता है ?
अगर आप दवाओं का आयात-निर्यात करना चाहते हैं | तो आपको सबसे पहले कंपनी की स्थापना करनी पड़ती है | ताकि आप इस व्यापार को कर सके | और आपको ऑफिस खोलना पड़ता है | जहाँ पर आप कार्य को सँभालते हैं | और आपको अपने साथ काम करने के लिए अन्य व्यक्तियों को रखना पड़ता है | ताकि वह आपकी मदद कर सकें | आपको अपनी कंपनी के लिए लाइसेंस और अन्य कागजों को तैयार करना पड़ता है | और आपको किसी दूसरे देश से दवाओं को खरीदकर लाना पड़ता है | और आपको दवाओं को उसी जगह से खरीदना चाहिए | जहाँ पर उसकी कीमत कम हो और उसकी अधिकता हो | आपको दवाओं का आयात-निर्यात करते समय यातायात का खर्च आता है | अपने व्यापार में काम कर रहे लोगों को सैलरी देनी पड़ती है | अगर बात की जाए इस व्यापार में लागत की तो आपकी लागत इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस स्तर पर व्यापार को कर रहे हैं | अगर आप इस व्यापार को छोटे स्तर पर कर रहे हैं | तो आपको ₹50,000 से ₹1,00,000 की लागत आती है| अगर आप व्यापार को बड़े स्तर पर करते हैं | तो आपको ₹5,00,000 से ₹10,00,000 की लागत आ सकती है |
दवाओं का आयात-निर्यात करने में कितना लाभ होता है ?
दवाओं के व्यापार में लाभ इस बात पर निर्भर करता है | कि आप किस स्तर पर कर रहे हैं | आप अगर इस व्यापार को छोटे स्तर पर कर रहे हैं तो आपको कम लाभ प्राप्त होता है | अगर आप व्यापार बड़े स्तर पर करते हैं | तो आपको आधिक लाभ प्राप्त होता है | इस व्यापार में लाभ इस बात पर भी निर्भर करता है | कि आपके द्वारा बेची जा रही दवा की कीमत कितनी है | और उसकी बाजार में कितनी मांग है | आपको अपनी दवाओं को वहीं पर भेजना चाहिए | जहाँ पर उसकी कीमत अधिक हो | और उसकी मांग भी अच्छी हो | दवाओं के आयात-निर्यात में आपको 25% से 30% लाभ प्राप्त होता है |
* FAQ *
(a) दुनिया में सबसे अधिक दवाओं का निर्माण किस देश में किया जाता है ?
दुनिया में सबसे अधिक दवाओं का निर्माण भारत में किया जाता है |
(b) दवाओं का आयात-निर्यात करने में किन चीजों की जरूरत होती है ?
दवाओं का आयात निर्यात करने के लिए आपको सरकार से लाइसेंस , IEC कोड ,GST नम्बर , कंपनी का पंजीकरण , मार्ग का चुनाव , तथा अन्य चीजों की जरूरत होती है |
(c) दवाओं का असर कितनी देर तक रहता है ?
किसी भी दवा का असर 10 घंटे से 12 घंटे तक रहता है |
(d) दवाओं का जनक किसे माना जाता है ?
हिप्पोक्रेट्स को दवाओं का जनक माना जाता है |
THANK YOU VISIT AGAIN.