पेट्रोलियम उत्पाद का आयात निर्यात कैसे करें ?How to import and export petroleum products?
हमारी धरती में बहुत सारे अनमोल चीजें दबी हुई है | उसी में से एक पेट्रोलियम उत्पाद भी है | पेट्रोलियम उत्पाद के रूप में आपको पेट्रोल,डीजल, मिट्टी का तेल, और कई प्रकार की गैसे मिलती है | यह हमारे जीवन में अधिक उपयोगी है| और आपको अपने आस-पास ऐसे बहुत सारे ईंधन वाहन देखने को मिलते हैं | जो खानी ईंधन की मदद से चलते हैं |
पेट्रोलियम उत्पाद क्या होता है ?
Contents
- 1 पेट्रोलियम उत्पाद क्या होता है ?
- 2 कंपनी का निर्माण –
- 3 सरकार से अनुमति लेना –
- 4 पेट्रोलियम उत्पाद को बेचने का तरीका –
- 5 मार्ग का चुनाव –
- 6 IEC कोड प्राप्त करना –
- 7 GST नंबर प्राप्त करना –
- 8 करंट अकाउंट खुलवाना –
- 9 पेट्रोलियम उत्पादों का आयात-निर्यात करने के लिए लोन कहाँ से प्राप्त करें ?
- 10 पेट्रोलियम उत्पादों का व्यापार करते समय ध्यान रखने वाली बातें –
- 11 पेट्रोलियम उत्पाद का आयात निर्यात करने में कितने पैसों की लागत आती है ?
- 12 पेट्रोलियम उत्पाद के व्यापार में कितना लाभ मिलता है ?
- 13 * FAQ *
हमारी धरती में बहुत सारे अनमोल चीजें दबी हुई है | उसी में से एक पेट्रोलियम उत्पाद भी है | पेट्रोलियम उत्पाद के रूप में आपको पेट्रोल,डीजल, मिट्टी का तेल, और कई प्रकार की गैसे मिलती है | यह हमारे जीवन में अधिक उपयोगी है| और आपको अपने आस-पास ऐसे बहुत सारे ईंधन वाहन देखने को मिलते हैं | जो खानी ईंधन की मदद से चलते हैं |
हमारे जीवन में यह एक अहम हिस्सा बन गए हैं | ये हमको धरती के अंदर से मिलता है | और धरती के अंदर से इनको निकालने के बाद इनको बड़ी-बड़ी कंपनियों में ले जाकर उनको प्रयोग करने योग्य बनाया जाता है| आपको ये सभी देशों में मिलता है | लेकिन यह हर देश की धरती के अंदर नहीं पाया जाता है | लेकिन फिर भी हर देश व्यक्ति पेट्रोलियम उत्पाद उपयोग कर रहे हैं | यह सब आयात-निर्यात के कारण संभव हो पाता है | हमारे देश मे भी यह व्यापार किए जाते हैं | हमारे देश मे कच्चे माल को मंगवाया जाता है | और उसे उपयोग करने योग्य बनाकर बाहर के देशों में निर्यात किया जाता है |
कंपनी का निर्माण –
आपको बाहर के देशों से पेट्रोलियम उत्पाद को मंगवाना पड़ता है | और फिर उसे अपनी कंपनी में लाकर प्रयोग करने योग्य बनाना पड़ता है | यह कार्य करने के लिए आपको कंपनी का निर्माण करना पड़ता है | उसी आपको एक कंपनी स्थापना करनी पड़ती है | जिसके द्वारा आप पेट्रोलियम उत्पाद कों प्रयोग करने योग्य बनाते हैं |
सरकार से अनुमति लेना –
किसी भी व्यापार को करने से पहले आपको अपनी सरकार से लाइसेंस प्राप्त करना पड़ता है | आपको लाइसेंस की जरूरत पड़ती है | अगर आप दो देशों के बीच में इस व्यापार को करते हैं | तो आपको दोनों देशों से लाइसेंस प्राप्त करना पड़ता है | यह व्यापार करने के लिए लाइसेंस बनवाना पड़ता है | और लाइसेंस बनवाने के लिए आपको अपने और अपनी कंपनी की कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है | आप अपने व्यापार में साझेदारी भी कर सकते हैं | इससे आपके व्यापार का खर्च आपको कम पड़ता है |
पेट्रोलियम उत्पाद को बेचने का तरीका –
पेट्रोलियम उत्पाद का आयात-निर्यात पूरी दुनिया में किया जाता है | और हर देश किसी न किसी देश से पेट्रोलियम उत्पादों को खरीदता और बेचता है | उसे भारत की कंपनी में लाकर प्रयोग करने योग्य बनाना पड़ता है | उस पेट्रोलियम उत्पाद को शुद्ध करने के बाद | आप उसको अलग-अलग रूप में बदल सकते हैं | आपको अपने देश की कई सारी कंपनियां मिल जाती है | जो दुनिया भर में पेट्रोलियम उत्पाद का आयात-निर्यात करती है | पेट्रोलियम उत्पाद का आयात अमेरिका जैसे देशों से किया जाता है | आपको अपने देश में पेट्रोलियम और डीजल की कीमत में प्रति दिन उतार-चढ़ाव देखने को मिलता रहता है | क्योंकि आप अपने पेट्रोलियम उत्पाद को बाहर के देशों से मंगवा रहे हैं | और पेट्रोलियम उत्पाद का दाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिदिन कम ज्यादा होता रहता है | आप पेट्रोलियम उत्पाद को शुद्ध करके कई सारे बाहरी देशों में बेच सकते हैं |
मार्ग का चुनाव –
किसी भी व्यापार को करने से पहले आपको अपने व्यापार के सामान को ले जाने और ले आने के लिए आपको मार्ग का चुनाव कराना पड़ता है | आपको अपने मार्ग का चुनाव करना जरूरी होता है | आप पेट्रोलियम उत्पाद का आयात-निर्यात करना चाहते हैं| तो आपको सबसे पहले सही रास्ता चुनना पड़ता है | खनीज पदार्थों का आयात में समुद्री मार्ग द्वारा किया जाता है | आप चाहें तो सीमा से सटे हुए देशों में आयात-निर्यात का कार्य सड़क मार्ग से भी कर सकते हैं |
IEC कोड प्राप्त करना –
सभी व्यापार की तरह आपको इस व्यापार में सरकार से IEC कोड प्राप्त करना पड़ता है | इस कोड की मदद से ही आप सामान का आयात-निर्यात कर सकते हैं | ये कोड आपको जरूरी होता है | अगर आप किसी प्रकार का आयात-निर्यात का व्यापार करना चाहते हैं | तो आपको यह कोड प्राप्त करने की अधिक जरूरत होती है | ये कोड प्राप्त करने के लिए आपको अपने जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है |
GST नंबर प्राप्त करना –
इस व्यापार को करने के लिए आपको सरकार को GST देना पड़ता है | इस व्यापार के लिए GST नंबर प्राप्त करना पड़ता है | ये नंबर आपको व्यापार के लिए बहुत जरूरी माना जाता है | इस नंबर को प्राप्त करने के लिए आपको अपने और अपनी कंपनी के जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है |
करंट अकाउंट खुलवाना –
आपको अपने व्यापार में अधिक लेन-देन करना पड़ता है | और आपको इसके लिए किसी सरकारी बैंक में करंट अकाउंट खुलवाना पड़ता है | आपको अपने व्यापार बड़ा लेन-देन करने में करंट अकाउंट की जरूरत पड़ती है | और यह अकाउंट खुलवाने के लिए आपको अपना और अपनी कंपनी की कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है | ये अकाउंट आपको उस बैंक में खुलवाना चाहिए | जो बैंक आपको पैसे विदेशी पैसों से बदलकर जल्दी प्रदान कर सकें |
पेट्रोलियम उत्पादों का आयात-निर्यात करने के लिए लोन कहाँ से प्राप्त करें ?
अगर आप पेट्रोलियम उत्पादों का आयात-निर्यात करना चाहते हैं | तो आपको अधिक पैसों की जरूरत पड़ती है | और अगर आपके पास पैसों की कमी हो रही है | तो सरकार के इस मामले में सरकार से मदद लेनी चाहिए | सरकार आपकी मदद करती है | और आपको अपनी बैंक के द्वारा लोन प्रदान करती है | इस लोन को प्राप्त करने के लिए आपको अपने कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है | ताकि वह आपकी जानकारी प्राप्त कर सके | ये लोन आपको ब्याज दर पर प्रदान किया जाता है | क्योंकि आप इसका प्रयोग व्यापार के लिए कर रहे हैं | इस धनराशि पर बैंक अपने नियमानुसार ब्याज तय करती है |
पेट्रोलियम उत्पादों का व्यापार करते समय ध्यान रखने वाली बातें –
अगर आप पेट्रोलियम उत्पादों का आयात-निर्यात करना चाहते हैं | तो आपको आपको कच्चे माल को खरीदना है | और बाहर के देशों में बेचना पड़ता है | और आप को अच्छी तरह से कच्चे माल को खरीदना चाहिए | और आपको अच्छी कंपनी के साथ अपना व्यापार करना चाहिए | ताकि वह आपको समय पर पैसा प्रदान कर सकें | आपको अपने व्यापार में काम करने वाले लोगों को अच्छे से ध्यान रखना चाहिए | कि वह किसी प्रकार की गड़बड़ी न करें |
पेट्रोलियम उत्पाद का आयात निर्यात करने में कितने पैसों की लागत आती है ?
पेट्रोलियम उत्पाद का आयात-निर्यात करना एक बड़ा काम है | और इस काम को आप बड़े स्तर पर ही कर सकते हैं| यह व्यापार करने के लिए आपको सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है| और इस व्यापार को करने के लिए आपको अपने साथ अन्य व्यक्तियों को रखना पड़ता है | जो आपके व्यापार में आपकी मदद करते है | और आपको अपने साथ उन व्यक्तियों को रखना चाहिए जो आपके व्यापार के बारे में जानकारी रखते हैं | और आपको उनको समय-समय पर सैलरी देनी पड़ती है | आपको किसी उस देश से कच्चे माल को खरीदना चाहिए जिस देश में खनीज पदार्थ निकाले जाते हैं | और पदार्थ को समुद्रम मार्ग से लाना पड़ता है | तथा उस कच्चे माल को शुद्ध करके उसे कई भागों में बांटा जाता है| और उसमें से आपको पेट्रोल ,डीजल, और अन्य पेट्रोलियम पदार्थ प्राप्त होते हैं | आपको उसे अपने कंपनी आप में फिर निकालकर बाहर के देशों में समुद्र मार्ग से एक्सपोर्ट करना पड़ता है | इस व्यापार में आप की लागत अधिक लगती है | क्योंकि इसका व्यापार बड़े स्तर पर किया जाता है | इस व्यापार में आपको कम से कम ₹30,00,000 से ₹50,00,000 की लागत आती है |
पेट्रोलियम उत्पाद के व्यापार में कितना लाभ मिलता है ?
अगर आप पेट्रोलियम उत्पाद को बाहर देशो से लाकर अपनी कंपनी में शुद्ध करके फिर उसे बाहर के देशों में बेचना चाहते हैं | और आप अच्छा लाभ कमाना चाहते हैं | तो आपको अपने पेट्रोलियम पदार्थों को उस देश में बेचना चाहिए | जहाँ पर आप को अच्छा लाभ प्राप्त हो | इस व्यापार में आपको लाभ अंतरराष्ट्रीय बाजार के उतार-चढ़ाव के अनुसार मिलता है | अगर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत अधिक होगी तो आपको अधिक लाभ प्राप्त होता है | अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत कम है | तो आपको कम लाभ प्राप्त होता है |
* FAQ *
(a) सबसे अधिक पेट्रोलियम उत्पाद किस देश से निर्यात किया जाता है ?
सबसे अधिक पेट्रोलियम उत्पाद सऊदी अरब के देश से निर्यात किया जाता है |
(b) भारत अपने तेल का आयात किस देश द्वारा करता है ?
भारत में तेल का आयात रूस देश के द्वारा किया जाता है |
(c) भारत में पेट्रोल को पहली बार कब और कहाँ निकाला गया था ?
भारत में पेट्रोल को पहली बार असम राज्य के मोकामा जिले में निकाला गया था , जब ये निकाला गया था उस समय सन 1887 इ था |
(d) पेट्रोलियम उत्पाद हमको कहाँ से प्राप्त होते हैं ?
पेट्रोलियम हमको धरती के अंदर से प्राप्त होते हैं |
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