कार के पार्ट का आयात-निर्यात कैसे करें ?How to import-export car parts?

     कार के पार्ट का आयात-निर्यात कैसे करें ?How to import-export car parts?

 

कार के पार्ट का आयात-निर्यात क्या होता है ?

                                                                 हमारी आबादी के साथ हमारे आस-पास कारों की संख्या में वृद्धि होती जा रही है| क्योंकि कार का प्रयोग हमारे देश में बढ़ता जा रहा है | आपको अपने आस-पास बहुत सारी गाड़ियां देखने को मिलती है | और हमारे बाजार से लेकर हमारे घर तक सभी जगह पर कार मिल जाती है | कार का प्रयोग पूरी दुनिया में किया जाता है | और यह हमारी काफी हद तक मदद करती है | गाड़ियों का प्रयोग हर व्यक्ति करना चाहता है | और यह हमारे काम को आसान भी कर देती है | हमारे देश में कई सारी कंपनियां हैं | जो भारत में गाड़ियों को बनाती है | और अपने द्वारा बनाई गई गाड़ियों की दुनिया भर में बेचती है | भारत में भी कई सारी विदेशी कंपनियां अपनी गाड़ियों को बेचती है | क्योंकि भारत के लोग विदेशी गाड़ियों को भी पसंद करते हैं | कई बार हमारी गाड़ियां खराब हो जाती है | तो हमको उन्हें बनवाना पड़ता है | कई बार हमारी गाड़ियों के पार्ट खराब हो जाते हैं | हमें उसे नया लगवाना पड़ता है | गाड़ियों के पार्ट का आयात-निर्यात  बड़े स्तर पर किया जाता है | आपको कार के पार्ट बेचने और खरीदने वाले लोग आसानी से मिल जाते हैं |

कार के पार्ट का आयात-निर्यात करने का तरीका –

                                                                         आपको कार के पार्ट का आयात-निर्यात करने वाले लोग आसानी से मिल जाते हैं | जो हमारी कार के पार्ट का आयात-निर्यात करते हैं | आपको यह व्यापार करने में दो रास्ते मिलते हैं | पहले रास्ता ये है कि आप इसको बड़े स्तर पर कर सकते हैं | बड़े स्तर पर इस व्यापार को करने के लिए आपको सबसे पहले बाहर के देशों में कार के पार्ट  का आयात-निर्यात करना पड़ता है | और अगर आप चाहे तो इस व्यापार को छोटे स्तर पर भी कर सकते हैं | छोटे स्तर पर इस व्यापार को करने के लिए आप कार के पार्ट थोक या फुटकर में बेच सकते हैं |

समान का चुनाव –

                            सभी प्रकार के व्यापार में आपको सामान का चुनाव करना पड़ता है | कि आप किस प्रकार के सामान को आयात-निर्यात करना चाहते हैं | आपको कार के पार्ट का आयात-निर्यात के व्यापार में कई सारे सामान मिल जाते हैं | आपको उन्हीं सामान को चुनना चाहिए जिसकी मांग आपके बाजार में अधिक हो | अगर आपके यहाँ सभी चीजें की मांग अधिक है | तो आप सभी प्रकार के सामान को बेच सकते हैं | 

कार के किन पार्टों की अधिक मांग होती है ?

                                                                  कार के पार्टों   का आयात-निर्यात करते समय आपको सबसे पहले पता करना चाहिए | कि आपको आस-पास या आपके बाजार में कार के किस पार्ट की अधिक मांग होती है | आपको कार के पार्ट में अधिक मांग रिंग की मिलती है | और कार के टायर , बैरिंग , डिस्क ब्रेक ,क्लच ,और कई पार्ट की अधिक मांग मिलती है |

व्यापार की स्थापना करना –

                                         कार के पार्ट का आयात-निर्यात करते समय आपको अपने व्यापार की स्थापना करनी पड़ती है | और आपको यह व्यापार किस स्तर पर करना है | उस हिसाब से आप अपने छोटे और बड़े स्तर पर इस व्यापार को कर सकते हैं | आपको अपना व्यापार अगर बड़े स्तर पर करना है | तो आपको इस व्यापार की स्थापना बड़े स्तर पर करनी पड़ती है | और अगर आप इस व्यापार को छोटे स्तर करना चाहते हैं |  तो आपको अपने व्यापार की स्थापना छोटे स्तर पर करनी पड़ती है | इस व्यापार को करने के लिए कई सारी सरकारी कार्यवाही को पूरा  करना पड़ता है|

 सरकार से लाइसेंस प्राप्त करना –

                                                    सभी प्रकार के व्यापार को करने के लिए आपको सरकार से अनुमति प्राप्त करनी पड़ती है| यहाँ अनुमति आपके लिए जरूरी होती है | तभी आप इस व्यापार को कर पाएंगे | अगर आप इस व्यापार को दो देशों के बीच करना चाहते हैं तो आपको दोनों देशों की सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है | यह अनुमति आप ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से ले सकते हैं | अपने व्यापार के लिए सरकार से अनुमति प्राप्त करने के लिये आपको अपने कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है |

IEC कोड प्राप्त करना –

                                    अगर आप इस व्यापार को बड़े स्तर पर करना चाहते हैं | तो आपको सरकार से IEC कोड प्राप्त करना पड़ता है | यह कोड आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से प्राप्त कर सकते हैं | आपको अपने व्यापार में IEC कोड की खास जरूरत होती है | यह IEC कोड प्राप्त करने के लिए आपको अपने और अपनी कंपनी के कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है | तभी आप इस कोड को प्राप्त कर सकते हैं |

GST नंबर प्राप्त करना –

                                    सभी प्रकार के बड़े स् तर के व्यापार में आपको GST नंबर की जरूरत पड़ती है | क्योंकि आपको सरकार को कर देना पड़ता है | और अगर आप चाहें तो यह नंबर दो तरीकों से प्राप्त कर सकते हैं | आप इस कोड को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से प्राप्त कर सकते हैं| यह कोड प्राप्त करने के लिए आपको अपने जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है | अगर आप बड़े स्तर पर इस व्यापार को करते है | तो GST नंबर की मदद से आपको लाभ भी प्राप्त होता है |

करंट अकाउंट खुलवाना –

                                       सभी प्रकार के व्यापार में आपको लेन- देन करना पड़ता है | आपको लेन-देन करने के लिए करंट अकाउंट की जरूरत पड़ती है | और आपको यह अकाउंट उस बैंक में खुलवाना चाहिए जहाँ पर आपको विदेशी पैसों कुछ जल्दी से जल्दी बदलकर भारतीय पैसे प्रदान किए जाएं | आपको यह अकाउंट खुलवाने के लिए अपने कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है |

 

मार्ग का चुनाव –

                          अगर आप अपने व्यापार को बड़े स्तर पर करना चाहते हैं | तो आपको अपने व्यापार में मार्ग का चुनाव करना पड़ता है | तभी आप अपने सामान का आयात-निर्यात कर पाएंगे | आप अपने व्यापार में आयात-निर्यात का कार्य सड़क मार्ग कर सकते हैं | कई सारे देश हमारे देश से सड़क मार्ग से जुड़े हुए हैं | और आप अपने आयात-निर्यात का कार्य रेल मार्ग से भी कर सकते हैं | कई सारे देश हमारे देश रेलमार्ग के भी जुड़े हुए है | बड़े स्तर पर आयात-निर्यात का कार्य समुद्र मार्ग से किए जाते हैं | क्योंकि समुद्र मार्ग आपको सस्ता पड़ता है |

इस व्यापार में क्या-क्या सावधानी रखनी चाहिए ?

                                                                        सभी प्रकार के व्यापार में आपको सावधानी रखनी पड़ती है | तभी आप व्यापार में सफल हो पाएंगे | आपको अपने व्यापार सभी प्रकार की कागजों को ठीक करके रखना चाहिए | ताकि आप किसी प्रकार की जांच में फंसे नहीं | आपको अपना सामान वही से लाना चाहिए | जहाँ पर आपको सामान सस्ता और अच्छा मिलता हो | आपको अपने सामान को वहीं पर बेचना चाहिए | जहाँ पर आपके सामान की अच्छी मांग हो | आपको अपना सामान का आयात-निर्यात करते समय उसकी पूरी जांच कर लेनी चाहिए कि वह कितनी हद तक सही है | ताकि आपको बाद में किसी प्रकार की समस्या ना हो | और अगर आपका सामान सही रहता है | तो आपको उसे बेचने में भी समस्या नहीं आती है | और आपको अपने साथ काम करने वाले लोगों को ध्यान देना चाहिए कि वह किसी प्रकार की गडबड ना करें | आपको व्यापार उसी कंपनी के साथ करना चाहिए | जो आपको समय पर पैसे और सामान दे सकें | आपको अपने व्यापार में वही मार्ग चुनना चाहिए जो आपको सस्ता पड़े | 

कार के पार्ट का आयात-निर्यात करने में कितनी लागत आती है ?

     अगर आप कार के पार्ट का आयात-निर्यात करना चाहते हैं | तो आपको यह व्यापार अपनी पूंजी के अनुसार करना चाहिए | आपको अपने व्यापार में दो भाग मिल जाते हैं | आप चाहें तो इस व्यापार को बड़े स्तर पर भी कर सकते हैं | और आप चाहे तो इस व्यापार को छोटे स्तर पर भी कर सकते हैं | और आपको अपने व्यापार में लागत भी उसी हिसाब से लगती है | कि आप किस स्तर पर इस व्यापार को कर रहे हैं | आपको अपने व्यापार में कई सारे खर्च आते हैं | आपको अपने साथ काम करने वाले लोगों को सैलरी देनी पड़ती है | और आपको व्यापार में आयात-निर्यात का खर्च भी आता है | साथ ही साथ आपको सरकार को कर भी देना पड़ता है | आप अपने व्यापार को अगर छोटे स्तर पर करते हैं | तो आप की लागत ₹1,00,000 से ₹2,00,000 तक आ सकती है | और अगर आप इस व्यापार को बड़े स्तर पर करते हैं | तो इसकी लागत ₹5,00,000 से ₹10,00,000 तक आ सकती है |

कार के पार्ट का आयात-निर्यात का व्यापार कितना लाभदायक होता है ?

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            कार केपार्ट का आयात-निर्यात करने में आपको लाभ बात पर निर्भर करता है | कि आपकी स्तर पर इस व्यापार को कर रहे हैं| और आप इस व्यापार को छोटे और बड़े दोनों स्तर पर कर सकते हैं अगर आप इस व्यापार को बड़े स्तर पर करते हैं | तो आपको अधिक फायदा होता है | अगर आप इस व्यापार को छोटे स्तर पर करते हैं | तो आपको कुछ कम फायदा होता है | कार के पार्ट का आयात-निर्यात के व्यापार में आपको 40% से 45% तक मार्जिन मिलती है | अगर आपके द्वारा बेचे जा रहे सामान की मांग आपकी बाजार में अधिक है तो आपको और भी लाभ मिल सकता है |

*FAQ*

(a) भारत में सस्ते कार के पार्ट कहाँ पर मिलते हैं ?

     भारत में सस्ते कार्य के पार्ट दिल्ली में पाए जाते हैं |

(b)  आप कार के पार्ट को अधिक तौर पर किस देश में निर्यात कर सकते हैं |

      आप कार के पार्ट को अधिक तौर पर चीन, अमेरिका, जर्मनी , जैसे देशों में निर्यात कर सकते हैं |

(c) कार के पार्ट के व्यापार मे अधिक मांग किन पार्ट की होती है ?

     कार के पाठ के व्यापार में अधिक मांग कार के रिंग , कार के टायर,  कार की बैरिंग, और कई सारी चीजों की मांग अधिक होती है|

(d) कार के पार्ट के व्यापार मे आपको कितना कितना मार्जिन मिलता है ?

    कार के पार्ट के व्यापार मे आपको 40% से 45% मार्जिन मिलता है ?  

 

 

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