प्लास्टिक के सामान का आयात-निर्यात कैसे करें ?How to import-export plastic goods?
हमारे दैनिक जीवन में कई सारी चीजे देखने को मिलती है | जो प्लास्टिक की बनी होती है| और आपको अपने घर से लेकर अपने स्कूल, ऑफिस, और अन्य जगहों पर प्लास्टिक से बनी हुई वस्तुएं देखने को मिलती हैं | पूरी दुनिया में प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का प्रयोग किया जाता है | आपको अपनी हर चीज में लगभग प्लास्टिक मिल जाता है | और आपके आस-पास कई सारी दुकानें देखने को मिल जाती है | जो प्लास्टिक का सामान खरीदती और बेचती है | यह कार्य करके वह लाभ भी कमाते हैं | प्लास्टिक आपको बहुत आसानी से मिल जाता है | और बाजार में प्लास्टिक से बनी चीजों को लोग अधिक पसंद करते हैं |
प्लास्टिक के सामान आयात-निर्यात क्या होता है ?
Contents
- 1 प्लास्टिक के सामान आयात-निर्यात क्या होता है ?
- 2 प्लास्टिक का आयात-निर्यात करने का तरीका –
- 3 समान का चुनाव –
- 4 कंपनी की स्थापना –
- 5 मार्ग का चुनाव –
- 6 IEC कोड प्राप्त करना –
- 7 GST नंबर प्राप्त करना –
- 8 सरकार से लाइसेंस प्राप्त करना –
- 9 करंट अकाउंट खुलवाना –
- 10 व्यापार में लोन –
- 11 अपने व्यापार में अन्य व्यक्तियों को रखना –
- 12 अपने व्यापार का प्रचार करें –
- 13 व्यापार में सावधानियाँ –
- 14 प्लास्टिक के सामान का आयात-निर्यात करने में कितना खर्च आता है ?
- 15 प्लास्टिक के सामान का आयात-निर्यात करने में कितना लाभ मिलता है ?
- 16 *FAQ*
हमारे दैनिक जीवन में कई सारी चीजे देखने को मिलती है | जो प्लास्टिक की बनी होती है| और आपको अपने घर से लेकर अपने स्कूल, ऑफिस, और अन्य जगहों पर प्लास्टिक से बनी हुई वस्तुएं देखने को मिलती हैं | पूरी दुनिया में प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का प्रयोग किया जाता है | आपको अपनी हर चीज में लगभग प्लास्टिक मिल जाता है | और आपके आस-पास कई सारी दुकानें देखने को मिल जाती है | जो प्लास्टिक का सामान खरीदती और बेचती है | यह कार्य करके वह लाभ भी कमाते हैं | प्लास्टिक आपको बहुत आसानी से मिल जाता है | और बाजार में प्लास्टिक से बनी चीजों को लोग अधिक पसंद करते हैं | आपको अपने बाजार में कई सारी प्लास्टिक के सामान वाली दुकानें मिल जाती है | प्लास्टिक का सामान बनाना आसान माना जाता है | और भारत में कई सारी कंपनियां हैं जो प्लास्टिक के सामान को दुनिया भर में आयात-निर्यात कर रही है | वह बाहर के देशों से प्लास्टिक के सामान को लाती है | और अपने द्वारा बनाई गई प्लास्टिक के सामान को बाहर के देशों में बेचते हैं | यह कार्य करके वह अधिक लाभ कमा रहे हैं | आप भी इस व्यापार को करके अधिक लाभ कमा सकते हैं |
प्लास्टिक का आयात-निर्यात करने का तरीका –
प्लास्टिक का आयात-निर्यात पूरी दुनिया भर में किया जाता है | और प्लास्टिक का सामान लोग अधिक पसंद करते हैं | आप चाहे तो आप भी इस व्यापार को कर सकते हैं | बस आपको कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है | इन बातों का ध्यान रखकर आप इस व्यापार को आसानी से कर सकते हैं | ध्यान देने वाली बातें –
समान का चुनाव –
सभी प्रकार के व्यापार में आपको कई भाग मिल जाते हैं | और आपको सबसे पहले किसी एक काम को चुनना पड़ता है | कि आप उस व्यापार में किस प्रकार के काम कर रहे हैं| आपको प्लास्टिक के व्यापार में कई सारे काम मिलते है आपको किसी एक काम को चुनना चाहिए | उसी काम को करना चाहिए तभी आप व्यापार में सफल हो पाएंगे |
कंपनी की स्थापना –
किसी भी सामान का आयात-निर्यात करने के लिए आपको सबसे पहले किसी एक कंपनी की जरूरत पड़ती है| आपको प्लास्टिक का आयात-निर्यात करते समय कंपनी की जरूरत पड़ती है | तो आपको सबसे पहले ट्रांसपोर्ट कंपनी खोलनी पड़ती है | और आपको उस कंपनी को सरकार के खाते में पंजीकृत कराना पड़ता है | और यह पंजीकरण आपके लिए जरूरी होता है| और आपको अपनी कंपनी को नाम देना पड़ता है | आप चाहें तो अपनी कंपनी में साझेदारी भी कर सकते हैं |
मार्ग का चुनाव –
आपको सबसे पहले अपने व्यापार में आयात-निर्यात करने के लिए मार्ग का चुनाव करना पड़ता है| अगर आप प्लास्टिक का आयात-निर्यात करना चाहते हैं | तो आप इस व्यापार को सड़क मार्ग से कर सकते हैं | कई सारे देश है जो हमारे देश की सीमा से सड़क मार्ग से जुड़े हुए हैं | और आप इस व्यापार को रेलमार्ग से भी कर सकते हैं | कई सारे देश हमारी देश से रेलमार्ग से जुड़े हुए हैं | और अगर आप चाहे तो इस व्यापार को समुद्र मार्ग से भी कर सकते हैं | बड़े स्तर आयात-निर्यात का कार्य समुद्र मार्ग से ही किया जाता है |
IEC कोड प्राप्त करना –
किसी भी व्यापार में आपको IEC कोड प्राप्त करने की जरूरत होती है | इस कोड को आप ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से प्राप्त कर सकते हैं | इस कोड को प्राप्त करने के लिए आपको अपने को जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है |
GST नंबर प्राप्त करना –
सभी प्रकार के व्यापार में सरकार से GST नंबर प्राप्त करना पड़ता है | और आपको सरकार को GST देना जरूरी होता है | आपको यह नंबर दो तरीकों से दिया जाता है | आप इस नंबर को ऑनलाइन भी प्राप्त कर सकते हैं | और आप चाहे तो इस नंबर को ऑफ़लाइन भी प्राप्त कर सकते हैं |
सरकार से लाइसेंस प्राप्त करना –
किसी भी व्यापार को करने से पहले आपको सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है आपको सरकार से अनुमति लेना जरूरी होता है आप को यह अनुमति अपनी राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों सरकार से लेनी पड़ती है | अगर आप दो देशों के बीच में अपने व्यापार को करना चाहते हैं | तो आपको दोनो देशों से अनुमति लेनी पड़ती है | तभी आप इस व्यापार को कर पाएंगे |
करंट अकाउंट खुलवाना –
सभी प्रकार के व्यापार में आपको किसी लेन-देन करना पड़ता है | उसके लिए आपको किसी करंट अकाउंट की जरूरत पड़ती है | इस अकाउंट को खुलवाने के लिए आपको अपने कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है | यह अकाउंट आपको उस बैंक में खुलवाना चाहिए | जो आपको विदेशी पैसों को बदलकर जल्दी से जल्दी भारतीय पैसे प्रदान करे |
व्यापार में लोन –
आपको व्यापार करने के लिए पैसों की जरूरत पड़ती | है अगर आपके पास पैसे कम है | तो आप सरकार से मदद ले सकते हैं | और सरकार आपकी मदद करती है | वह आपको अपनी बैंक से लोन प्रदान करती है | आपको यह लोन किसी भी सरकारी बैंक से मिल सकता है | यह लोन प्राप्त करने के लिए आपको सबसे पहले अपने कुछ जरूरी दस्तावेजों को देना पड़ता है| यह लोन आप को इस आधार पर दिया जाता है | की आपको अपने व्यापार में कितने पैसों की जरूरत पड़ रही है | आपको यह लोन ब्याज पर दिया जाता है | क्योंकि आप उसका प्रयोग अपने व्यापार के लिए कर रहे हैं | बैंक द्वारा दी गई धनराशि पर बैंक अपने नियमानुसार ब्याज तय करता है |
अपने व्यापार में अन्य व्यक्तियों को रखना –
किसी भी व्यापार को आप अकेले नहीं कर सकते हैं | आपको अपने व्यापार में अधिक काम पड़ सकता है | तो आपको अपने व्यापार में अन्य व्यक्तियों को रखने की जरूरत पड़ती है | आपको अपने व्यापार में उन्हीं व्यक्तियों को काम पर रखना चाहिए | जो आपके व्यापार के बारे में जानकारी रखते हो | आपको उन्हीं को काम पर रखना चाहिए जो व्यक्ति ईमानदार और कार्यशील हो | ताकि वह आपके द्वारा दिए गए कार्य को आसानी से कर सकें | आपको उन्हें समय-समय पर सैलरी देनी पड़ती है |
अपने व्यापार का प्रचार करें –
आपके व्यापार के बारे में लोग तभी जान पायेंगे | जब आप उसका प्रचार करेंगे | आपको सबसे पहले अपने व्यापार का पर्चा छपवाना चाहिए | अगर आप इस व्यापार को छोटे स्तर पर कर रहे हैं तो | आपको इन पर्चे को कई बाजार में चिपकाना पड़ता है | तभी लोग आपके व्यापार के बारे में जान पाएंगे | अगर आप इस व्यापार को बड़े स्तर पर करते है तो आपको उसका प्रचार करने के लिए ऑनलाइन साइट की मदद लेनी चाहिए | ऑनलाइन साइट से आप व्यापार का प्रचार जल्दी कर सकते हैं |
व्यापार में सावधानियाँ –
सभी प्रकार के व्यापार में आपको सावधानियाँ रखनी पड़ती है | तभी आप उस व्यापार में सफल हो पाएंगे | अगर आप प्लास्टिक से बने सामान का आयात-निर्यात करना चाहते हैं | तो आपको सबसे पहले सामान चुनना पड़ता है | आपको अपना व्यापार उसी के साथ करना चाहिए | जो आपको समय पर सामान और पैसे प्रदान कर सकें | आपको अपने व्यापार में कई प्रकार के सामान मिलते हैं | आपको सबसे पहले किसी एक सामान को चुनना चाहिए | आपको वही सामान का आयात-निर्यात कोकरना चाहिए | आपको अपने व्यापार में काम करने वाले लोगों को ध्यान देना चाहिए | कि वह किसी प्रकार की गड़बड़ी न करें | आपको अपने व्यापार में कई प्रकार का काम करना पड़ता है | तथा आपको अपने सभी प्रकार के कागजों को सही करके रखना चाहिए| ताकि आप किसी प्रकार की जांच में फंसे नहीं | अपने व्यापार में सामान को खरीदने फिर पहले उसकी अच्छे से जांच करना चाहिए ताकि आपको बाद में किसी प्रकार की समस्या न हो | और आपको अपने ग्राहक को सही सम्मान देना चाहिए ताकि वह ग्राहक आपसे खुश रहे | प्लास्टिक के सामान का आयात-निर्यात अगर आप ऑनलाइन करते हैं तो आपको अधिक सतर्क रहना पड़ता है क्योंकि ऑनलाइन लोगों को अधिक ठगा जाता है |
प्लास्टिक के सामान का आयात-निर्यात करने में कितना खर्च आता है ?
अगर आप प्लास्टिक के सामान का आयात निर्यात करना चाहते हैं | तो आपको सबसे पहले अपने व्यापार के लिए कंपनी खोलनी पड़ती है | और आपको सरकार से लाइसेंस प्राप्त करना पड़ता है | साथ ही साथ आपको अपने व्यापार के लिये IEC कोड , GST नम्बर और अन्य कार्यों को करना पड़ता है | प्लास्टिक के सामान के व्यापार में आपको लागत इस बात पर निर्भर करती है | कि आप किस स्तर पर इस व्यापार को कर रहे हैं | अगर आप इस व्यापार को छोटे स्तर पर कर रहे हैं | तो आपको ₹30,000 से ₹1,00,000 रुपयों की जरूरत पड़ सकती हैं | और अगर आप इस व्यापार को बड़े स्तर पर कर रहे हैं | तो आपको ₹5,00,000 से ₹10,00,000 का खर्च आ सकता है | बड़े स्तर पर व्यापार करने में आपको यातायात और अन्य खर्च को देना पड़ता है |
प्लास्टिक के सामान का आयात-निर्यात करने में कितना लाभ मिलता है ?
प्लास्टिक के सामान का व्यापार करने में आपको कई सारे काम मिल जाते हैं | और लाभ भी उसी आधार पर निर्भर करता है कि आप किस काम को कर रहे हैं | प्लास्टिक के सामान के व्यापार में आपको पहला काम मिलता है | प्लास्टिक के सामने को कंपनी में बनाकर बेचना | और आपको दूसरा काम मिलता है कंपनी से प्लास्टिक के सामान को थोक भाव में खरीदकर बेचना | और आपको तीसरा काम मिलता है उसे फूटकर रूप में बेचना | सभी प्रकार के कार्य में अलग-अलग दाम पाया जाता है | और आपको लाभ भी उसी हिसाब से मिलता है | फिर भी अगर आप प्लास्टिक का व्यापार करना चाहते हैं तो आपको इस व्यापार में 25% से 30% लाभ प्राप्त होता है |
*FAQ*
(a) प्लास्टिक का प्रयोग किस लिए किया जाता है ?
प्लास्टिक का प्रयोग कई प्रकार के सामान को बनाने के लिए किया जाता है |
(b) क्या हम पुराने प्लास्टिक को फिर से प्रयोग कर सकते हैं ?
बिलकुल अब पुराने प्लास्टिक को दोबारा प्रयोग कर सकते हैं | इसके लिए आपको प्लास्टिक रीसाइकल करना पड़ता है |
(c) प्लास्टिक के प्रयोग से क्या हानि होती है ?
प्लास्टिक की सबसे खास बात यह है कि यह जल्दी सड़ता नहीं है | हमारे प्रदूषण के लिए काफी हानिकारक भी होता है |
(d) दुनिया में सबसे अधिक कचरा काम संदेश फैलाता है?
दुनिया में सबसे अधिक कचरा अमेरिका से पाया जाता है |
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